कोई बोल नहीं सकता…Koi Bol Nahi Sakta…
तर्ज : दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है कोई बोल नहीं सकता, नहीं प्यार लुटाती हैममता की मूरत तो, हर माँ कहलाती है ______________ मुझे लोरी सुनाकर के, जब भी तु सुलाती थीहर पीड़ा को सहकर, फिर भी मुस्काती थीबातें करती है मगर, नहीं दर्द बताती हैममता की मूरत तो, हर मा …
