फागन का महीना है,
खाटू मन्ने जाना है
जाकर खाटू नगरी में,
श्याम को रंग लगाना है
तर्ज – आदमी मुसाफिर है
खाटू में फागन का,मेला है लगता
मेले में भक्तों का,रेला उमड़ता
बाबा का दरबार सजा जाता है
________________
रंगों की बौछार,होती वहां पर
खुशियों की सौगात,मिलती है जाकर
सांवरे के रंग में रंग जाना है
________________
हार के जो भी,इस के दर आते
हर कष्ट पल में,उसके चले जाते
जीवन यहां पर संवर जाता है
________________
होली में बाबा,को रंग लगाएं
दरबार में इनके नाचे गाए
चरणों से जाकर लग जाना है
Lyrics and Singer – Radha Chaudhary
Jai shree shyam
https://youtu.be/-tw5Ks9aMUA