स्विस बैंक से बढ़कर है…Swiss Bank Se Badkar Hai…

स्विस बैंक से बढ़कर है, श्याम तेरा दरबार,
भक्तों को हरदम बाँटें, धन दौलत लखदातार ॥टेश॥

(तर्ज : देना है तो दीजिये )

खाटू ढेड ऑफिस है जिसकी शाखा गली गली में है
सुबह शाम लाखों भक्तों में चर्चा शयामधणी की है
यहाँ खाता उनका खुलता, जो श्याम से करते प्यार ॥॥॥
_______________

चेक ड्राफ्ट का काम नहीं बस दो आँसू डी काफी है,
प्रेम भाव सच्ची भक्ति से होती यहाँ निकासी है,
इस बैंक पे केवल सच्चे, भक्तों का है अधिकार ॥2॥
_______________

‘किशन’ यहाँ न ग॒जा कोई ना ही कोई फ़क़ीर है,
श्याम प्रश्नु की कलम से बनती हर बिगड़ी तक़दीर है,
जो सच्चे मन से ध्याये, हो जाये भव सै पाए. _॥3॥

Leave a Comment

Your email address will not be published.