कैसा जादू साँवरिया…Kesa Jadu Sanwariya…
कैसा जादू साँवरिया, है तेरे प्यार मेंदीवाने होकर नाचे, तेरे दरबार में | (तर्ज: तुम झोली भरलो. ..) तेरी भोली-भोली सूरत मन में प्रीत जगावे-२आते ही दरबार में तेरे सब दुखड़े मिट जावे-२भाता न फिर तो कोई, दूजा संसार में | दीवाने… || १ || कजरारे ये नैन तुम्हारे, दिल पे तीर चलाये-२जिस पर मुस्कान …