Month: November 2021

ऐ जी घनश्याम…Ae Ji Ghanshyam…

ऐ जी घनश्याम ,थारी मुरली कामनगारी म्हारा राज ।।म्हारा श्याम जी ,ओजी घनश्याम (तर्ज: उमराव) सुरत अति मनमोहनी, मीठी सी मुस्कानएक झलक दिखलाय के, पागल कर गयो प्राणऐजी घनश्याम थारी चितवन पर बलिहारी म्हारा राज ।।ऐजी______________ हरृये बांस की बांसुरी, मो मन गई समायढलती राज जलायके,गजबन गई तरसायऐजी घनश्याम कैसी मारी नेह कटारी म्हारा राज।।ऐजी …

ऐ जी घनश्याम…Ae Ji Ghanshyam… Read More »

आज लगावां बजरंगी को…Aaj Lagavan Bajrangi Ko…

आज लगावां बजरंगी को “जयकारो एक जोर सं”-2भक्ति को वरदान म्हें माँगा, भक्ता क सिरमोर सं ॥ टेर ॥ (तर्ज: जनम जनम का साथ है) माँ अञ्जनी को लाड़लो, पवनपुत्र हनुमानरोम रोम श्रीराम की, महिमा करै बखानराम सिया को यो मतवालो, बँध्यो प्रेम की डोर स______________ एक छलांग लगाय कर, लंका पहुँच्यो जायरावण के दरबार …

आज लगावां बजरंगी को…Aaj Lagavan Bajrangi Ko… Read More »

कैया रूस्यां बैठ्या हो खाटूबाला श्याम रे…Kaiya Rusyan Bathya Ho Khatuwala Shyam Re…

कैया रूस्यां बैठ्या हो खाटूबाला श्याम रे।टाबर हूँ मैं तेरो थाम मनै तो पिछाण रे॥टेर॥ वो दिन याद करो- रोज घरा आवतांसुध म्हारी लेता हरदम- आता र जावतांअब क्यूं थे सोग्या श्याम करड़ी खूंटी ताण रे॥ टाबर… आयो हूँ थारे दर पे- दुनिया स हार के।लाखां की बणी बिगड़ी, श्याम तेरे द्वार पे।मेरी भी बनादे …

कैया रूस्यां बैठ्या हो खाटूबाला श्याम रे…Kaiya Rusyan Bathya Ho Khatuwala Shyam Re… Read More »

मुझे खाटुवाले का भरोसा है भारी…Mujhe Khatuwale Ka Bharosha Hain Bhari…

मुझे खाटुवाले का भरोसा है भारी,चाहे आये तुफां या रात अंधियारी। तर्ज – अगर तुम ना होते गठरी गमों की ले के, दर पे पड़ा था,नज़रें उठा के देखा , सांवरा खड़ा था,हर ग़म मिटा, जो देखी, मुस्कान प्यारी,चाहे आये….. ______________ दुख दर्द आये जो, श्याम ने उबारा,जिताया है हर क्षण, जब भी मैं हारा,आया …

मुझे खाटुवाले का भरोसा है भारी…Mujhe Khatuwale Ka Bharosha Hain Bhari… Read More »

कान्हा मेरी सांसो पे… Kanha Meri Sanso Pe…

कान्हा मेरी सांसो पे ,नाम अपना लिखा लेना,फिर जो जन्म लू मैं, मोहे मुरली बना लेना,कान्हा मेरी सांसो पे, नाम अपना लिखा लेना…… तर्ज़:-बाबुल का ये घर बहना…….. मेरी यही अर्जी है ,आगे तेरी मर्जी है,रंगे जिस रंग राधा, उस रंग में रंगा लेना,मैंने तोहे पलको के, पलने झुलाये है,सांवरे मोहे अपने, हाथो में झुला …

कान्हा मेरी सांसो पे… Kanha Meri Sanso Pe… Read More »

नजर में रहते हो …Najar Me Rahte Ho…

नजर में रहते हो मगर, तुम नजर नहीं आते,ये दिल बुलाये श्याम तुम्हे, पर तुम नहीं आते,नजर में रहते हो मगर, तुम नजर नहीं आते ______________ सांसो की हर डोर पुकारे सांवरियां,नैना तुझको ही ढूंढे है सांवरियां,तू जो नैनो में आ जाए मेरे,नैनो को बंद करलो सांवरियां,इधर नहीं आते सँवारे, इधर नहीं आते…. ______________ ये …

नजर में रहते हो …Najar Me Rahte Ho… Read More »

माँ सरस्वती तुम दया करो – Maa Saraswati Tum Daya Karo

माँ सरस्वती तुम दया करो। गुण ज्ञान का माँ भण्डार भरो ।। तर्ज : महाराज गजानन दयाकरो हम मूरख और अज्ञानी है,विद्या हमसे अंजानी है। विद्या-बुद्धि का दान करो | माँ… ______________ हे, हँस-वाहिनी आ जावो, शिक्षा का पाठ पढ़ा जावो । हम बच्चों का उद्धार करो ।। माँ… ______________ कर पुस्तक तेरे विराजै है,इक …

माँ सरस्वती तुम दया करो – Maa Saraswati Tum Daya Karo Read More »

झाँकी आईजी श्री रामचन्द्र की मनड़े भाईजी – Jhaanki Aai Ji Shri Ramchandra Ki Manre Bhaiji

झाँकी आईजी, श्री रामचन्द्र की, मनड़े भाईजी,झाँकी आईजी। तर्ज:धमाल मनड़े भाई, मनड़े भाई मनड़े भाईजी,झाँकी आईजी ।। ______________ राम प्रभु कै चरणां माही, हनुमान जी बैठ्या है | सागै लक्ष्मण-भरत-शत्रुघन, सीता माईजी ।।झाँकी आईजी ।। ______________ एक साल में एक बार ही, ऐसो मोको आवै जी । सजधज कर कै निकल्या देखो, श्री रघुराई जी …

झाँकी आईजी श्री रामचन्द्र की मनड़े भाईजी – Jhaanki Aai Ji Shri Ramchandra Ki Manre Bhaiji Read More »

श्री राम की गली में तुम जाना…Shri Ram Ki Gali Mein Tum Jana…

श्री राम की गली में तुम जाना,वहाँ नाचते मिलेंगे हन्नुमाना || टेर ।। (वर्ज: मणिहारी का वेश बनाया… ) उनके तन में है राम उनके मन में है राम,अपनी आँखों से देखे वो कण-कण में राम,श्री राम का वो हो गया दीवाना ।।वहाँ नाचते…| | १ ।। ______________ ऐसे रामजी से जोड़ लिया नाता,जब भी …

श्री राम की गली में तुम जाना…Shri Ram Ki Gali Mein Tum Jana… Read More »

हे दुःख भंजन मारुती नन्दन…Hey Dukh Banjan Maruti Nandan…

हे दुःख भंजन, मारुती नन्दन, राम भक्त हनुमान,भरोसा तेरा है ।। टेर | (तर्ज: गाड़ी वले मुझे बिगले…) माँ सीता का हरण हुआ, राम बड़े अकुलाये थे,लाँघ समन्दर आप गये, माता की सुध लाये थे,लाय संजीवन तुरन्त बचाये, लक्ष्मण जी के प्राण ।। १ ।। ______________ जिसके सिर पे हाथ तेरा, भला उसे फिर डरना …

हे दुःख भंजन मारुती नन्दन…Hey Dukh Banjan Maruti Nandan… Read More »