कान्हा मेरी सांसो पे ,नाम अपना लिखा लेना,
फिर जो जन्म लू मैं, मोहे मुरली बना लेना,
कान्हा मेरी सांसो पे, नाम अपना लिखा लेना……
तर्ज़:-बाबुल का ये घर बहना……..
मेरी यही अर्जी है ,आगे तेरी मर्जी है,
रंगे जिस रंग राधा, उस रंग में रंगा लेना,
मैंने तोहे पलको के, पलने झुलाये है,
सांवरे मोहे अपने, हाथो में झुला लेना,
फिर जो जन्म लू मैं ,मोहे मुरली बना लेना….
कान्हा मेरी सांसो पे………
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दिखे तस्वीर तेरी ,कान्हा मेरी आखियो में,
मुझे मेरी सखियों के, तानो से बचा लेना,
जन्मो की ये तृष्णा, ऐसे न मिटेगी कृष्णा,
प्रेम से निहार के मोहे, अधरों से लगा लेना,
फिर जो जन्म लू मैं ,मोहे मुरली बना लेना….
कान्हा मेरी सांसो पे……..
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मोहे मोह माया की, धुप न छू पाए,
प्यारे पीताम्बरी की ,छाइयाँ में छुपा लेना,
मेनका ने मन मोहन, तुझमे रमाया है,
तेरे संग प्रीत लगी ,अब दुनिया से क्या लेना ,
फिर जो जन्म लू मैं मोहे मुरली बना लेना…..
कान्हा मेरी सांसो पे……