Month: November 2021

बोलो जी दयालु दिलदार के करां…Bolo Ji Dayalu Dildar Ke Karan…

बोलो जी दयालु दिलदार के करां।बोलो बोलो थारी मनुहार के करां॥_______________ मन को नगीनों थाने सूँप दियो।जाण के दरद प्रभु मोल लियो।जीत और हार को विचार के करूँ ॥ बोलो-बोलो… _______________ मेरे कनै थे काँई छोड़यो है।छलिए सूँ रिश्तो जोड़यो है।नेहड़ो लगा कैतरकार के करूँ ॥ बोलो-बोलो… _______________ ‘फाँस लियो मीठी मीठी बातो में।बिक गयो …

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आंख्या को काजल थारो…Aakhya Ko Kajal Tharo…

आंख्या को काजल थारो, होठां री लाली जी,तो अइयाँ की लटक ना, पेल्ह्या देखी भाली जी॥॥होठां की ॥ (तर्ज: पीलो…. ) मोर मुकुट की थारै, शोभा घणेरी जी,तो केशर को टीको, नख बेशर मतवाली जी॥॥ होठां की॥_____________ कानां में कुण्डल थारै, गल में गलपटियों जी,तो कुण्डल के नीचे झूमै , चम-चम करती बाली जी ॥॥ …

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रो रोकर फरियाद करा हां श्याम मिजाजी आजा र…Ro Ro kar Fariyad Kara Han Shyam Mijaji Aja Ra…

रो रोकर फरियाद करा हां श्याम मिजाजी आजा र‘लखदातार कुहाव है तो दातारी दिखलाजा र॥रो रोकर॥ ( तर्ज: कस्मे वादे प्यार वफा सब…. ) जद-जद म्हां पप आफत आव तुं संताप मिटाव हैदीन-दुखी दरवाज आव मनवांछित फल पाव हैइसीलिये तो दुनियां तन्‍नन जगत सेठ बतलाव है॥रो रोकर॥ ________________ आश लगा कर बैठया हां म्हे श्याम …

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दरबार हजारों देखे है…Darbar Hajaro Dekhe Hai…

दरबार हजारों देखे हैतेरे दर सा कोई दरबार नहींजिस गुलशन में तेरा नूर नहींऐसा तो कोई गुलजार नहीं। दरबार……. ( तर्ज :- कव्वाली – दरबार ) अरशों पे फरिएते रहते है,दिन रात झुके तेरे कदमों पेहै कौन बसर इस दुनिया में,तेरे दर का जो खिदमतगार नहीं। दरबार……. ________________ दुनिया से भला हम क्यां मांगे,दुनिया खुद …

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हे गिरधारी कृष्ण मुरारी…He Girdhari Krishna Murari…

॥अस्थाई ॥हे गिरधारी कृष्ण मुरारी, नैय्या करदयो पार-खिवैया बण ज्यावोसंकट हारी अर्ज गुजारी, लीले का असवार-खिवैया बण ज्यावो ( तर्ज: गाडी वाले मन बिठाले…. ) कैय्या रूस्या बैठ्या हो, बोलोजी श्याम बोलोजी।रीस करो क्यूं टाबर पै, आंख्या तो प्रभु खोलोजी॥झुर-झुर रोवे मन को पंछी, हिवडै रा आधार॥१खिवैया…..________________ था रूस्यां नां पार पड, थां सूं प्रीत …

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सबसे पहल्या गणपत पाछ…Sabse Phelya Ganpat Pacche…

दोहा : हे पितरेश्वर आपको म्हें चावां आशीर्वादचरणां शीश नवादियो, रखद्यो सिर पर हाथ सबसे पहल्या गणपत पाछ , घर का देव मनावा जी ।हे पितरेश्वर दया राखियो, करियो मन की चाया जी ।।_______________ गल पुष्पन को हार पहरायो, चरणां फूल चढ़ाया जी,श्रद्धा पूर्वक हाथ जोड़कर, थारो ध्यान लगाया जी |सबसे पहल्या गणपत… _______________ सुख-दुख …

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छोटी-सी अरदास गुरूजी चरणां मैं पड़ी…Choti-Si Ardas Guruji Charna main padi…

दोहा – शुरु झुरत सुख चन्द्रमा सेवक नैन वकोर ।अष्ट प्रहरनिरखत रहूँ शुरु मूराति की ओर ।। छोटी-सी अरदास गुरूजी चरणां मैं पड़ी ।लगा के श्याम से अरदास मीठाद्यो संकट की घड़ी ।।टेर ।। _______________ सारै जग में भटक्यायो पर स्रुणी ना कोई बात ।।थारै आगै अर्ज करां म्हे जोड़ा दोनूँ हाथ |म्हारी अभिलाषा न …

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श्याम तेरे भक्तों को…Shyam Tere Bhakto Ko…

श्याम तेरे भक्तों को,तेरा ही सहारा है,बाबा तेरे भक्तों को,तेरा ही सहारा है।। तर्ज – बाबुल का ये घर आशा निराशा ने,घेरा परेशान हूँ,कैसे बचूं इनसे,आख़िर तो मैं इंसान हूँ,तेरी दया के बिना ओ बाबा…..तेरी दया के बिना,अपना ना गुज़ारा है,बाबा तेरे भक्तों को,तेरा ही सहारा है।। _______________ मलिक तेरे जग का,अंदाज़ निराला है,भक्तो को …

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करुणा मेरी सुनके पितरजी…Karuna Meri Sunke Pitarji…

करुणा मेरी सुनके पितरजी, जल्द पधारो जी |भीर पड़ी थारे टाबरिया पे, आन उबारो जी । तर्ज: प्रेम भरी आवाज सँवारो… चहूँ दिशा फैल्यो अंधियारो, कुछ न देवे दिखाई,थक कर हार गयो मैं पितरजी, अब तो करियो सहाई,था बिन अट्कया कारज सारा-२ आके सँवारोजी ।।१।।_______________ हर सुख और हर दु:ख में देवा, म्हें तो थाने …

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रणत भवन से आवो……Ranat Bhawan Se Aao

रणत भवन से आवो, ऋद्धि सिद्धि रा दातार,संकटहारी हो रही थारी, जग में जय जयकार ।। तर्ज: सावन का महीना… मां जगदंबा अम्बा लाड लडायो,पालणे झुलायो थानै, गोद में खिलायो,शिव शंकर भोला को, थे पायो घणो दुलार ।।_____________ दूंद दुंदालो देवा सूंड सुंडालो,काम पडन्‍्या पर बने है रूखालो,ठुमक-ठुमक कर नाचै, है पायल की झंकार ।। …

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