राम भजन

झाँकी आईजी श्री रामचन्द्र की मनड़े भाईजी – Jhaanki Aai Ji Shri Ramchandra Ki Manre Bhaiji

झाँकी आईजी, श्री रामचन्द्र की, मनड़े भाईजी,झाँकी आईजी। तर्ज:धमाल मनड़े भाई, मनड़े भाई मनड़े भाईजी,झाँकी आईजी ।। ______________ राम प्रभु कै चरणां माही, हनुमान जी बैठ्या है | सागै लक्ष्मण-भरत-शत्रुघन, सीता माईजी ।।झाँकी आईजी ।। ______________ एक साल में एक बार ही, ऐसो मोको आवै जी । सजधज कर कै निकल्या देखो, श्री रघुराई जी …

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श्री राम की गली में तुम जाना…Shri Ram Ki Gali Mein Tum Jana…

श्री राम की गली में तुम जाना,वहाँ नाचते मिलेंगे हन्नुमाना || टेर ।। (वर्ज: मणिहारी का वेश बनाया… ) उनके तन में है राम उनके मन में है राम,अपनी आँखों से देखे वो कण-कण में राम,श्री राम का वो हो गया दीवाना ।।वहाँ नाचते…| | १ ।। ______________ ऐसे रामजी से जोड़ लिया नाता,जब भी …

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रामा रामा रटते रटते बीती रे उमरिया – Rama Rama Rat te Rat te Biti Re Umariya

रामा रामा रटते रटते बीती रे उमरिया | रघुकुल नंदन कब आवोगे, भिलणी की डगरिया ।। तर्ज : नगरी नगरी द्वारे द्वारे मैं भिलनी सबरी की जाई, भजन भव नहीं जानूँरे । राम तुम्हारे दरसन के हित, वन में जीवन काटूं रे | चरण कमल से निर्मल कर दो, दासी की झुपड़िया ।। ________________ रोज …

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ये राम का सेवक है…Ye Ram Ka Sewak Hai…

ये राम का सेवक है, ये राम दिवाना है,प्रभु राम की महिमा को , हनुमान ने जाना है ॥ टेर ॥ तर्ज- इक प्यार का नगमा है… हर रोम में राम बसे , हर साँस से राम भजे,हर हाल में बजरंगी, श्री राम का नाम जपे,श्री राम के भजनों का, रसिया ये पुराना है ॥ …

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रामा रामा रठते रटते…Rama Rama Rut-te Rut-te…

रामा रामा रटते रटते बीती रे उमरिया |रघुकुल नंदन कब आवोगे, भिलणी की डगरिया ।। ( तर्ज: नगरी नगरी द्वारे द्वारे. ..) मैं भिलनी सबरी की जाई, भजन भव नहीं जाकूँ रे ।राम तुम्हारे दरसन के हित, वन में जीवन काटूँ रे ।चरण कमल से निर्मल कर दो, दासी की झुंपड़िया ।।_______________ रोज सवेरे वन …

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आओ बसाएँ मन-मन्दिर में…Aao Basae Man Mandir Mein…

आओ बसाएँ मन-मन्दिर में झाँकी सीताराम कीजिसके मन में राम नहीं वो काया है किस काम की | (तर्ज: क्या मिलिए ऐसे लोगों से…) गौतम नारी अहिल्या तारी श्राप मिला अति भारी थाशिला रुप से मुक्ति पाई चरण राम ने डाला थामुक्ति मिली तब वो बोली जय-जय सीताराम की ।जिसके…. जात-पांत का तोड़ के बन्धन …

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झाँकी आईजी, श्री रामचन्द्र की…Jhanki Aai Shri Ramchandra Ki…

(तर्ज: धमाल…) झाँकी आईजी, श्री रामचन्द्र की, मनड़े भाई जी,झाँकी आईजी | मनड़े भाई, मनड़े भाई मनड़े भाईजी,झाँकी आईजी ।। राम प्रभु कै चरणां माही, हन्नुमान जी बैठ्या है ।सागै लक्ष्मण-भरत-शत्ुधन, सीता माईजी ।।झाँकी आईजी ।। एक साल माँ एक बार ही, ऐसो मोको आवै जी ।सजधज कर कै निकल्‍्या देखो, श्री रघुराई जी ।।झाँकी …

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रामा रामा रटते रटते बीती रे उमरिया…Rama Rama Ratte Ratte Biti Re Umariya…

रामा रामा रटते रटते बीती रे उमरिया |रघुकुल नंदन कब आवोगे, भिलणी की डगरिया ।। (तर्ज: नगरी नगरी द्वारे द्वारे…) मैं भिलनी सबरी की जाई, भजन भव नहीं जाकूँ रे ।राम तुम्हारे दरसन के हित, वन में जीवन काटूँ रे |चरण कमल से निर्मल कर दो, दासी की झुंपड़िया ।। ______________________________________________ रोज सवेरे वन में …

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राम जी की निकली सवारी…Ram Ji Ki Nikli Swari…

राम जी की निकली सवारी, राम जी की लीला है न्यारी ।एक तरफ लक्ष्मण एक तरफ सीता, बीच में जणत के पालनहारी | हो सिर पे मुकुठ सजे मुख पे उजाला,हाथ में धन्नुष गले में पुष्प मालाहम दास इनके ये सबके स्वामी,अनजान हम ये अन्तरयामीशीश झुकाओ राम गुन गाओ,बोलो जय विष्णु के अवतारी राम जी …

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आओ बसाएँ मन-मन्दिर में झाँकी सीताराम की – Aao Basaye Man Mandir Me Jhanki Sita Ram Ki

आओ बसाएँ मन-मन्दिर में झाँकी सीताराम कीजिसके मन में राम नहीं वो काया है किस काम की । तर्ज : क्या मिलिए ऐसे लोगों से गौतम नारी अहिल्या तारी श्राप मिला अति भारी थाशिला रुप से मुक्ति पाई चरण राम ने डाला थामुक्ति मिली तब वो बोली जय-जय सीताराम की ।जिसके… जात-पांत का तोड़ के …

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