यो पाण्डवकुल अवतार, बड़ो अलबेलो है,
करले करूण पुकार, सौंप दे नैया की पतवार ।
बड़ो अलबेलो है ।।
___________________
घूँघर॒वाव्ठा बाव्ठ श्याम का, मोरमुकुट मनहारी,
शरणागत की रक्षा करता, श्याम ध्वजाबन्ध धारी
रे श्याम ध्वजाबन्ध धारी,
मेव्ड लागै चार, श्याम को है मोटो दरबार ।।
बड़ो अलबेलो है…..
___________________
मोटा-मोटा नैण श्याम का, ज्यूँ अमृत का प्याला,
दिल का दरिया ये मनगरिया, मंगल करने वाला,
रे मंगल करने वाला,
राखै नहीं उधार मेरो ओ, सांवरियो सरकार ।।
बड़ो अलबेलो है…..
___________________
श्यामबहादुर सरस सलूणो, ‘शिव’ रसिया सैलाणी,
तुरता-फुरती काम पटावै, ऐंकी बाण पुराणी,
रे ऐँंकी बाण पुराणी,
खूब सज्यो सिणगार, तेरी नैया का खेवणहार ।।
बड़ो अलबेलो है…..