ये मस्तानी मुस्कान, तेरी मदहोश बनाती है,
मुरली मधुर की तान, मेरे दिल को तड़फाती है,
मुझे अपना जलवा दिखाना पडेगा ।।
चरण चाकरी में …..
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जे किक ही से, ने प्रीत गा
चाहे करले कितनी देर, मु जो
दरद मेरा तुमको, बंटाना तय
चरण चाकरी में …..
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तूं नैनों की पुतली में, सुन्दर श्याम समाया है,
साँवरिया रंगरेज़, प्रीत का रंग चढ़ाया है,
मेरी जिंदगी को सजाना पडेगा ।।
चरण चाकरी में …..
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श्यामबहादुर ये, ‘शिव’ तो तेरा दीवाना है,
सर आँखों पर दिलदार, मेरे तेरा फरमाना है,
तुम्हें सांवरे रहम, खाना पडेगा ।।
चरण चाकरी में….