मैं हारा मैं हारा मुझे दे दो नाथ सहारा… Mai Haara Mai Haara Mujhe Dedo Nath Sahara… तर्ज – रखवाला प्रतिपाला

मैं हारा मैं हारा
मुझे दे दो नाथ सहारा
हार गया हूं भटक भटक कर
कोई नहीं हमारा हमारा


तर्ज – रखवाला प्रतिपाला


मांग नहीं है तुमसे कुछ भी

बस चरणों में बिठा लो
रोते-रोते आया हूं दर पर

मुझ को जरा हंसा दो
अगर पोछ दोगे मेरे आंसू,

कुछ न घटेगा तुम्हारा तुम्हारा

माना मैं हूँ पतित अधर्मी

लाखो पाप किये हैं
लेकिन तूने जाने कितने

पापी माफ किए हैं
फिर क्यों मेरी बारी दाता
तू ने पल्ला झाड़ा ओ झाड़ा

अब तो मेरा हाथ पकड़लो

बात मेरी मत टालो
हाथ से बात निकल ना जाए

जल्दी श्याम संभालो
बाद में मुझको दोष ना देना
हंसेगा जग जब सारा ओ सारा

दीन हीन के हाल पर माधव

गर तू मौन रहेगा
सोच जरा हारे का सहारा

तुझको कौन कहेगा
कौन लगाएगा वरना इस
नाम से फिर जयकारा जयकारा

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