राणी सती दादी भजन

मैया अरजी थे सुन लीज्यो…Maiya Arji The Sun Lijyo…

मैया अरजी थे सुन लीज्यो,म्हापे दया दृष्टि थे की ज्योमनवांछित वर थे दी जोम्हारा दादी जी म्हारा मैया जीम्हारा दादी जी | (तर्ज: धरती धोरा री…) सूरज लालकिरण छिटकावे ओ…..-२पंछी राग प्रभाती गावेथानै भोरां भोर जगावेम्हारा मैया जी-२अम्बर निर्मल जल बरसावेगंगा जमुना चरण धुलावेचौसठ योगिनी चँवर ढुलावेम्हारा मैया जी-२म्हारा दादी जी…_______________ फिर ये सात सुहागन …

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बांटो बांटो आज बधाई…Banto Banto Aaj Badhai…

बांटो बांटो आज बधाई,झूंझनू वाली घर में आई,आई सिंह पे होके सवार,ये मैया कर सोलह सिंगार | (तर्ज : मैंने पायल है) बड़ा ही शुभ दिन आया,भक्तों ने तुझे सजायातेरा उत्सव है मनाया,औ मैया आ SSSप्यारी माँ का लाड़ लड़ाओ,माँ को मीठे भजन सुनाओ ।।आई सिंह पे..______________ पाँवो में पायलिया,ओढ़ के लाल चुनरियाहाथो में मेहंदी …

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होंगे ठाट निराले…Honge Thath Nirale…

होंगे ठाट निराले,तेरे होंगे ठाट निरालेइक बर तु भी दादी काघर में मंगल पाठ करा ले’ जिसने जिसने किया है मंगलउन के घर में देखा,दादी ने अपने हाथों सेबदली किस्मत रेखाकरिश्मा होता दादी का,ईक बर तु भी आजमाले ॥ होंगे…._______________ जो करता है मंगल उनकेघर में दादी आतीसातो सुख दुनिया का अपनेहाथों से बरसाती,ईक बर …

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झुंझुनू में लगाकर बैठी जो दरबार है….Jhunjanu Me Lgakr Baithi Jo Darbar Hai…

झुंझुनू में लगाकर बैठी जो दरबार हैवो झुँझन वाली मेरी पालनहार हैउनके ही इशारों चलता ये संसार हैपालनहार है खेवनहार है तर्ज – कब तक चुप बैठे हैं बन जाए बिगड़ी सबकीये बिगड़े काम बनातीबच्चों को दादी अपनेहै पलकों पर बिठातीइनकी ममता के आगेसब बेकार हैपालनहार है खेवनहार है दुनिया में सतिया बहुत हैंसिरमौर है …

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जगदम्बे थे तो आकर…Jagdambe The To Aakar…

जगदम्बे थे तो आकर ओढ़ो ए,सेवक ल्याया मां थारी चुनड़ी || टेर || तर्ज – चुनड़ी सुहागण मिल चाव स॒ बाँधी ए,श्रद्धा कै रंग मं रंगाई चुनड़ी ||१||___________ सुरतां को झीणो पोत बनायो ए,मनड़ा की पेटी में या आई चुनड़ी ||२||___________ आशा का तारा खूब लगाया ए,मोती की लुमां लगाई चुनड़ी||३||___________ माँ साँचा तारा साँचो …

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दादी थोड़ी दूर पे है झोपड़ी हमारी…Dadi Thodi Dur Pe Hai Jhopdi Hmari…

दादी थोड़ी दूर पे है झोपड़ी हमारीछोटा सा परिवार सेवा करेंगे तुम्हारी,गुजरो उधर से तो जरु चले आनाखाना खाकेजाना दादी, खाना खा के जाना आपको बुलाने में संकोच हो रहा है,रोक ना सकेंगे तुम्हें दिल रो रहा है,लायक नहीं आपके गरीब का ठिकाना ।। खाना खाके ….।।१।। आपसे हमारी कोई जान ना पहचान है,आपसे हमारी …

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खाले डटके रे भोग लगाले डटके …Khale Datke Re Bhog Lgaale Datke

खाले डटके रेभोग लगाले डटके ।कि तेरे, छप्पन भोग लगायोमैया खाले डटके || (तर्ज : पल्‍लो लटके …) लाडू, पेड़ा, खीर, चूरमोहलवो भोग लगाया ।राजभोग, रसगुल्ला, बरफीमाखन मिश्री ल्याया |इमरती साख भरी रसदारमैया खाले डटके ।।__________ फलका पूड़ी मिसी रोटीमोठ, चणा और भात ।पंचमेला की दाल, कढी, औरसांगर, सरसों साग ।कि कोन्या फोगले कोरायतो गले …

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गर जोर मेरो चाले…Gar Jor Mero Chale…

गर जोर मेरो चाले,हीरा मोत्यां से नजर उतार ल्युं ।जैय्या वारे लूण राई दादी,सोना चांदी वारदयूँ ।। प्यारा प्यारा दादीजी काखूब सज्या दरबारसोणी सोणी चांद सी दुल्हनबण बैठी सरकारकाली टिकी लगावण ताईसुरज निचे उतार दयूं II___________ प्यारा प्यारा दादीजी काखुब सज्या दरबारसोणी सोणी चांद सी दुल्हनबण बैठी सरकारसारी दुनिया की रेशम कापर्दा ए पे टांग …

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सारै भगतां को मनड़ो…Sare Bhagtan Ko Mando…

सारै भगतां को मनड़ो,लुभाय रहयो रेसती दादी को मेलो तोआय गयो रे I।टेर।। तर्ज : दो हंसो का जोड़ा चौदस ने मईया,को कीर्तन म्है गावाँ,मावस नै मईया,कै धोक म्है लगावाँ,रुप मईया को मन मूँ,समाय रहयो रे, दादी…._______________ रोली और मोली,और चावल म्है ल्याया,चूड़ो और चूनड़ी,और काजल म्है ल्याया,रंग मेंहदी को म्हानै,सुहाय रहयो रे, सती दादी…_______________ …

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मईया के हाथा में रचावा मेहँदी राचणी…Maiya Ke Hatha Me rachawa mehndi raachni…

मईया के हाथा में,रचावा मेहँदी राचणी,चांदी की चौकी पर,बिठावा जी,रचावा मेहँदी ,राचणी,मईया के हाथा में रचावा मेहँदी राचणी तर्ज़:- आओ जी आओ,घर का देव मनावा सर्व सुहागन मिलके आओ,करके सगरी तैयारी जी,गंगाजल सु चरण पखारो,घोलो मेहँदी प्यारी जी,मईया के हाथा में ,मंडावा जी,रचावा मेहँदी राचणी,मईया के हाथा मेंरचावा मेहँदी राचणी_____________ रोली लाल मोली लाल,लाल चुनरी …

मईया के हाथा में रचावा मेहँदी राचणी…Maiya Ke Hatha Me rachawa mehndi raachni… Read More »