Santosh

लाय संजीवन बुटी लखन जियाये…Laye Sanjivan Buti Lagan Jiyaye…

लाय संजीवन बुटी लखन जियाये,श्री रघुवीर हर्ष उर लाये-2हे माँ अंजनी के लाल,तुने कर दिया खुब कमाल-2 ।। (तर्ज : तेरे मस्त-मस्त दो नैन) अंजनी के लाल हो,बड़े बेमिसाल हो,वीरों में तुम हो महावीर,दुनिया ये जानती,सेवा में राम की,रहते सदा हो अधीर,बुटी संजीवन जो तुम लेके न आते,भाई लखन जी अपने प्राण गंवाते-2हे माँ अंजनी …

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हनुमान सा निराला कोई और नहीं है…Hanuman Sa Nirala Koi Or Nahi Hai…

हनुमान सा निरालाकोई और नहीं है,रघुनंदन का रखवाला – 2कोई और नहीं है || टेर || (तर्ज : मेरे श्याम सा निराला…) संकट मोचन नाम तुम्हारा,“भक्‍तन के रखवारे’-२,मेहन्दीपुर में आप विराजो,“हरते कष्ट हमारे”-२,कष्टों को हरने वालाकोई और नहीं है || १ || _______________ सेवा में रघुवर की तूने,“लगा देईं जिन्दगानी ‘-२,बल बुद्धि में वीर तुम्हारा,“दूजा …

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किस जुबां से करूँ मैं तेरा शुक्रिया…Kis Juban Se Karu Main Tera Shukriya…

किस जुबां से करूँमैं तेरा शुक्रिया,ओ भोले दानी तूनेमुझे इतना दिया || (तर्ज : इक तू जो मिला…) ये दौलत ये शोहरतमोहब्बत मिली,दयालु तुम्हारीइबादत मिली,कोई कर ना सकेतूने जितना किया || १ ||_______________ ये जीवन मेराहै दुर्गध भरा,सुगंधित इसे आजकरदे जरा,मैंने तेरा दिया बसखाया पिया || २ || _______________ हो चरणों में अब तोठिकाना प्रभु,हूँ …

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चूनड़ तो ओढ़ म्हारी दादी…Chunad To Odh mhari Dadi…

चूनड़ तो ओढ़ म्हारी दादीपीढ़े पर बैठया जी,तो अइयाँ की चून्दड़ी माँक़ुण तो उढ़ाई जी,म्हारे मन भायी जी ।। टेर ।। (तर्ज : पीलो) लाल सुरंगी मेहन्दीहाथां में राची जी,तो अइयाँ की मेहन्दी माँकुण तो रचाई जी,म्हारे मन भायी जी || १ || _____________ हीरो तो चमके दादीनथली में थारे जी,तो अइयाँ की नथली माँकुण …

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गजानन्द किरपा करियो जी…Gajanand Kripa Kariyo Ji…

गजानन्द किरपा करियो जी -२,बेगा आओ विघ्न मिटाओ,बाधा हरियो जी ।। टेर ।। (तर्ज : कन्हैया ले चल परली पार…) पहलो न्यूतो थे स्वीकारो,आंगणिये में आन पधारो,म्हारा अटक्या काज संवारो,रिद्धि-सिद्धि संग ऊँचे आसण -२आकर चढ़ियो जी || १ ||_____________ मूसे चढ़कर बेगा आओ,लाभ शुभ ने सागे ल्‍्याओ,आके किर्तन सफल बणाओ,पावन चरण कमल थे म्हारे -२,घर …

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दादी का मंगल रोज करोगे…Dadi ka Mangal Roz Karoge…

दादी का मंगल, रोज करोगे,मौज करोगे, मौज. करोगे,दादी जी ध्यान देगी, हाथों को थाम लेगी ।। टेर ।। (तर्ज – बाबा की किरपा जिसपे….) पाटे पे दादी की, फोटो लगाओ,टीका लगाओ, पुष्प चढ़ाओ,धूप-दीप से, वंदन करोगे।। १।। सुबह करो चाहे, शाम को करना,मौका मिले जब, गुणगान करना,उत्तम घड़ी वो ही, जब भी करोगे।।२।। नवमी तिथि …

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ले थाम ले अम्बे माँ…Le Tham Le Ambe Maa…

ले थाम ले अम्बे माँ,हाथ अब मेरा,ना छोड़ना माँ कभी,साथ अब मेरा।। टेर।। (लो आ गया अब तो श्याम…) बेटा हूँ मैं तुम्हारा,तेरा ही आसरा है,तेरे सिवा जहाँ में,मेरा ना दूसरा है,जग छूट जाये चाहै,छूटे ना साथ तेरा।।१॥ ________________ तेरे ही दम पे मैया,संसार सारा चलता,तेरी दया से जननी,परिवार मेरा पलता,होते तेरे रहे क्यूं,बेटा अनाथ …

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म्हाने पिहरियो सो लागै खाटू धाम…Mhane Pihariyo So Lage Khatu Dham…

म्हाने पिहरियो सो लागै खाटू धामरहवादयो म्हानै पिहरियो ।। टेर।। (तर्ज – थांसु विनती करां हां…) महिने का दिन गिन गिन काटाजद या ग्वारस आवैबाबुल म्हारो बड़ों सयानोझाला देर बुलावै म्हारै सासरिये मा करनो पड़े काम||१|| रहवादयो म्हानै पिहरियो________________ आईये को पिहरियों म्हारेसासरियो भी पूजे म्हारै ससुराल म बाबुल को नाम ही गुजेम्हारै बापूजी रो …

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नोमी मंगसिर की आई…Noumi Mangsir Ki Aai…

नोमी मंगसिर की आई,परणीजे लाडो बाई,तनधन पधार्‌या म्हारे आँगणे,ओ भगतो …।। टेर ।। (तर्ज : ग्यारस चानण की आई…) तोरण मारण के तांई, “कवंरा पधार॒या ओ-२”गंगा माँ लेवे बलाई, “आरतो उतारया ओ-२”साथिड़ा घूमर घाले,गिन्नी का थाल उछाले,नाचे बाराती म्हारे बारणे,ओ भगतो …|| १ ||_________________ वरमाला पाछे बाई, “फेरां में बैठी ओ -२”तनधन पहराई बाई ने, …

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मोरछड़ी हाथां में थारे मुखड़ो चमके…Morchadi Hathan Main Thare Mukhro Chamke…

मोरछड़ी हाथां में थारे मुखड़ो चमकेओ खाटूधाम से आवोनी बाबा लीले चढ़के ।। तर्ज:- पगल्यारी पायलड़ी बाजे हाथां रो चुड़लो… मुख मण्डल की शोभा प्यारी,बाल है घुंघरवालाहाथ जोड़कर विनती करूँ में,सुणल्यो कालाआसी दिल ने भी आराम,थासु बात करकेओ खाटूधाम से आवोनी …।। 1 ।। _______________ हारया का थे साथ निभावो,म॒त ना देर लगावोम्हे भी द्वार …

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