म्हारे साँवरिये री पोल, मांची-मांची-२ रे रमझोल
आयो फागणियो सुहानो, नाचे मनड़ो रो मोर
चंग बाजे रे सुरीला, छम-२ नाचो रे बादीला
आयो फागणियो… ।।टेर |।
(तर्ज:- टूटे बाजूबंद….)
रूण-झुण बाज रह्या घुंघरिया, थारे पंगा मं ओ सांवरिया
सुण-२ पायल की झंकार, बाजे मन वीणा रो तार
चंग बाजे… ।।१।।
थारा घुंघर वाला बाल, छुए लटकन थारा गाल
थारो रूप सलोनो सोणो-२, लागे म्हारा श्याम
चंग बाजे… ।।२ ||
थारा नेण बड़ा कजरारा, मोटा-मोटा, प्यारा-प्यारा
जादू म्हापे ऐसा डारो, थारा नेना मतवारा
चंण बाजे… ।।३ ||