खाटू वाले श्याम का जमाना आ गया
जो भी देखा श्याम का दीवाना हो गया।
तर्ज : एक परदेसी मेरा दिल ले गया
ऐसा दिलदार नहीं देखा संसार में,
झोलियाँ भरेंगी आज इस दरबार में,
भक्तों को खजाना ये लुटाने आ गया ।
दुखियों की नाव यही है खिवैया,
बिन माझी नाव को चलायेगा कन्हैया,
भवसागर से पार ये लगाने आ गया ।
कलियुग का देवता बड़ा ही महान है,
शीश का दान देके पाया श्याम नाम है,
दामोदर भी श्याम को रिझाने आ गया |
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