दिलदार कन्हैया से, नाता जो पुराना है
अन्तिम श्वासों तक इस, रिश्ते को निभाना है
( दिल की हर धड़कन से )
जब दाव लगाया है, कया बात है डरने की
मुद्दत से जो आयी है, ये रात है मिलने की
उस धेनु चरैया से, दुख दर्द सुनाना है
अंतिम एवासों तक इस……
चूका तू अगर मौका, धोका रह जायेगा
ठोंकर मत खा जाना, वरना पछतायेगा
यादे गिरधारी की, तेरा माल खजाना है
अंतिम एवासों तक इस……
जो उस जीवन धन से, वादा करके आया
क्यू माया में फस के , पगले तू भरमाया
भरपूर वाणी देकर, प्रीतम को रिझाना है
अंतिम एवासों तक इस……
शिव श्याम बहादुर का हमदम वो कन्हैया है
पतवार उसे सौंपी धनश्याम खिवैया है।
मिलकर सत् संगत का एक बाग लगाना है
अंतिम एवासों तक इस…..