धमाल श्याम भजन

झाँकी आईजी श्री रामचन्द्र की मनड़े भाईजी – Jhaanki Aai Ji Shri Ramchandra Ki Manre Bhaiji

झाँकी आईजी, श्री रामचन्द्र की, मनड़े भाईजी,झाँकी आईजी। तर्ज:धमाल मनड़े भाई, मनड़े भाई मनड़े भाईजी,झाँकी आईजी ।। ______________ राम प्रभु कै चरणां माही, हनुमान जी बैठ्या है | सागै लक्ष्मण-भरत-शत्रुघन, सीता माईजी ।।झाँकी आईजी ।। ______________ एक साल में एक बार ही, ऐसो मोको आवै जी । सजधज कर कै निकल्या देखो, श्री रघुराई जी …

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ओ साँवरिया आँख्यां खोल…Oo Sanwariya Aankhya Khol…

ओ साँवरिया आँख्यां खोल,तेरा सेवक अरज़ गुजारै ।।तेरा सेवक अरज़ गुजारै,यै कद सैं बाट निहारै,ओ साँवरिया आंख्या खोल… ___________________ थानै नित की श्याम रिझावां,म्है नया-नया भजन सुणावां,मोहन मुख सं इक बर बोल,तेरा सेवक अरज़ गुजारै ।।ओ साँवरिया आंख्या खोल… तन्नै नेक दया नहीं आवै,ढक मं देर लगावै,आँसूड़ा अनमोल,तेरा सेवक अरज़ गुजारै ।।ओ साँवरिया आंख्या खोल… …

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हो जाओ तैयार खाटू जाने…Ho Jao Taiyar Khatu Jane…

हो जाओ तैयार खाटू जाने के लिये,शीश के दानी श्याम का दर्शन पाने के लिये ।।______________ किसी ने पूछा क्यूँ जायें हम,ऐसा क्या होने वाला, हमने कहा लगता है मेला,फाल्गुन है आने वाला, लगता है दरबार,ख़ुशी लूटाने के लिये ।। शीश के दानी श्याम…. ______________ घण्टा घनन घड़ावल बाजै,पाँच आरती होती है, शंख-नगाड़ा-नौबत गूंजे,अखण्ड ज्योति …

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खाली झोली लेकर आयो…Khali Jholi Lekar Aayo…

खाली झोली लेकर आयो, झोली भरदे, तेरो सांचो है दरबार,मेरो न्याय करदे ।। तर्ज – धमाल दुर्बल काया पास न माया,थारै दर पर आयो,मूँजी क्यूँ बण बैठयो दाता,लखदातार कुहायो,थानै नींदड़ली क्यूँ आवै, नैया पार करदे ।।पार करदे ओ बाबा पार करदे,थारो सांचो है दरबार…… ______________ थारो सो मालिक पाकर के,फिर भी क्यूँ दुःख पाऊँ,थानै रा …

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बरसां सं यो दिन आयो…Barsan Sa Yo Din Aayo…

बरसां सं यो दिन आयो,हिवडै मं हेत सवायो,ठाकुर पधारया म्हारै आंगणै ओ देखो ठाकुर पधारया….. ___________________ मोर पुकट ट म॑ थारै, सोवै किलंगी जी,घेर-घुमेर बागो, आभा सतरंगी जी,सेवकिया चंवर ढुव्गवै,सगव्णा मिल महिमा गावै,साज सुरीला बाजै बाजणा ।ओ देखो ठाकुर पधारया….. ___________________ रे थारै गल् मं सोवै, हार हज़ारी जी,फूलां का गजरा जांकी, शोभा है न्यारी …

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डारो नहीं डारो…Daro Nahi Daro…

डारो नहीं डारो, रंग रसिया श्याम ।रंग रसिया श्याम, मन बसिया श्याम ।। देखो म्हारा उजब्ठ चीर,यांपै छिड़को नाही नीर,चाहे डारो खूब अबीर,झाड्यां आराम ।।डारो नहीं डारो…. ___________________ है रहली फीकी झलक रसीली,फागण पाछ तलक नशीली,जो गर करदयो रंग-रसीली,दयूं लतां नै बिसराय ।।डारो नहीं डारो…. ___________________ आछी कोन्या हंसी मख़ौल,पड़सी सासूजी नै तोल,मरे दुत्कारा दे …

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चालो ऐ सखिया चाला…Chalo Ae Sakhiya Chala…

चालो ऐ सखिया चाला, हिमाचल के द्वारे राज गोरां बाई को बीन्द निरखस्याँ, गोरो है या कालो राज चलो है सखियाँ… ___________________ ऐसा कामण म्हारे, शिव भोले न सोहे राज शिव भोले न सोहे ये तो, गोरा बाई न मोहे राज चालो है सखियाँ… ___________________ बाघम्बर के वस्त्र पहने, अंग विभूति रमाये राज मस्तक पर …

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मंदिर मं बड़ग्यो…Mandir Mn Badgyo…

मंदिर मं बड़ग्यो,होली खेलण सैं डरतो सांवरो ।। बणकै बीनणी भीतर घुसग्यो,ललकारै नर-नारी,हिम्मत है तो बाहर आज्या,लेकर रंग-पिचकारी ।।मंदिर मं बड़ग्यो, होव्डी…… ___________________ नैण चुराकर भीतर घुसग्यो,करले तूं मनमानी,हिम्मत है तो बाहर आज्या,याद करादयां नानी ।।मंदिर मं बड़ग्यो, होव्डी…… ___________________ ओ रंग-रसिया सुण मन बसिया,यो के नाम कमाया,आज्या अब तो छैल शरम कर,हाँसे खड़ी लुगायां …

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होली रे होली…Holi Re Holi…

होली रे होली, देखो खाटू की होव्ठी,खाटुवाब्ठो खैले अपणा टाबरां सं होव्ठी ।। _______________ पौ-माह कै महीनै सं ही, हो रही तैयारी है,खाट नगरिया चालां, मन म॑ चाव भारी है,बूढ़ा-जवान सारा कर रहा त्यारी ।। होली रे होली देखो…… _______________ चंग-मजीरा बाजै, बांसुरी भी बाजै है,मोर-पपीहा बोलै, कच्छी घोड़ी नाचै है,गींदड़ मं खाटुवाव्णे घूमर घाली …

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पाछै सै मटकी फोड़ी या काहे की होली कान्हूड़ा…Pachhe Se Phodi Ya Khahe Ki Holi Kanhuda…

पाछै सै मटकी फोड़ी या काहे की होली कान्हूड़ा म्हानै जाण अकेली मटकी फोड़ी छैउल्हा हँसकर बौलया छै, गौरी होली छैमुखड़ो लाल करे छै कर बर जोरीया काहे की…… म्हारी अंगिया तर कर दी सारी भे गेरीबढ़िया बुटिया लहंगारी घिलमिल कर गेरीसासु हेला कर सी जी मटकी कोरीया काहे की…… म्हारी संग की सहैल्या दौड़ी …

पाछै सै मटकी फोड़ी या काहे की होली कान्हूड़ा…Pachhe Se Phodi Ya Khahe Ki Holi Kanhuda… Read More »