जगदम्बे भवानी मैया… Jagdambe Bhawani Maiya…
जगदम्बे भवानी मैयातेरा त्रिभुवन में छाया राज है,सोहे वेष कसूमल नीकोतेरे रत्नों का सिर पे ताज है । जब-जब भीड़ पड़ी भक्तन परतब-तब आय सहाय करे,अदम-उदारण तारण मैयायुग-युग रूप अनेक धरे,सिद्ध करती तू भक्तों के काज है,नाम तेरो गरीब निवाज है,सोहे वेष… जल पर थल और थल पर सृष्टिअद्भुत तेरी माया है,सुर नर मुनि जन …