बाबा श्याम के दरबार मची रे होली , बाबा श्याम के
कै मण लाल गुलाल उड़त है,
तो कै मण कैसर कस्तूरी,
बाबा श्याम के….
नौ मन लाल गुलाल उड़त है,
तो दस मन केसर कस्तुरी,
बाबा श्याम के….
कुण जी रा हाथा में रंग रो कटोरो,
तो कुण जी रा हाथां में पिचकारी,
बाबा श्याम के….
भगतां रा हाथा में रंग रो कटोरो,
तो श्यामजी का हाथां में पिचकारी,
बाबा श्याम के….
चन्द्र सखी मन बाल कृष्ण छवि,
हरि का चरणां में म्हारो चित्त छ रे,
बाबा श्याम के….