Santosh

मईया के हाथा में रचावा मेहँदी राचणी…Maiya Ke Hatha Me rachawa mehndi raachni…

मईया के हाथा में,रचावा मेहँदी राचणी,चांदी की चौकी पर,बिठावा जी,रचावा मेहँदी ,राचणी,मईया के हाथा में रचावा मेहँदी राचणी तर्ज़:- आओ जी आओ,घर का देव मनावा सर्व सुहागन मिलके आओ,करके सगरी तैयारी जी,गंगाजल सु चरण पखारो,घोलो मेहँदी प्यारी जी,मईया के हाथा में ,मंडावा जी,रचावा मेहँदी राचणी,मईया के हाथा मेंरचावा मेहँदी राचणी_____________ रोली लाल मोली लाल,लाल चुनरी …

मईया के हाथा में रचावा मेहँदी राचणी…Maiya Ke Hatha Me rachawa mehndi raachni… Read More »

ओ मेरी प्यारी दादी देख तेरी बेटी आई…Oo Meri Pyari Dadi dekh teri beti aai…

ओ मेरी प्यारी दादी,देख तेरी बेटी आई,संग में अपने ये तोबड़ी सौगातें लायीकरले स्वीकार ओ दादीबेटी है कर्रे दुहाईओ मेरी प्यारी दादी,देख तेरी बेटी आई, तर्ज़:- श्याम तेरे भरोसे मेरा परिवार है ओ मेरी प्यारी दादी,लाल चुनरिया सजाई,सोने का तारा कढ़ा कर,जरी की बेल बनाई,ओढ़ के तू भी नाँचे ऐसी,मैं चुनरिया बनाई,ओ मेरी प्यारी दादी,देख …

ओ मेरी प्यारी दादी देख तेरी बेटी आई…Oo Meri Pyari Dadi dekh teri beti aai… Read More »

चुनरी उढ़ाऊ तेरे मेहँदी लगाऊ…Chundi Udhau Tere Mehndi Lagau…

चुनरी उढ़ाऊ तेरे मेहँदी लगाऊ, तेरा लाड लगाऊ माँ,मैं वारी वारी जाऊ माँ , तर्ज़:-हाय शरमाऊं, किस किस को बताऊ आज मिला मौकामाँ को खूब सजाऊगा,अंसुवन की बुंदू से माँतेरे चरण धुलाऊंगा,तुझे मनाऊ ,तुझे रिझाऊ,तू ही मेरी प्यारी रानी माँ,चुनरी उढ़ाऊ तेरे मेहँदी लगाऊ…..____________ तुमसे है मैया,जन्मो जन्मो का नाता,मैं तो बालक हु तेरा,और तू …

चुनरी उढ़ाऊ तेरे मेहँदी लगाऊ…Chundi Udhau Tere Mehndi Lagau… Read More »

गल मोत्यां को हार…Gal Motyan Ko Har…

गल मोत्यां को हार,सिर चुनड़ चमक धार,देकर सोलाहा शृंगार,माँ बनडी सी लागो जी, तर्ज – ना कजरे की धार थारे हाथ सुनी चंगी माँ मेहँदी रची सुरंगी ,चूड़ी की खन खन न्यारीझांकी थारी सतरंग,मन माहरो मोह लियो हैथारी पायल की झंकार,गल मोत्यां को हार ……________________ थारे माथे बिंदियां चमकेनथनी में हीरो दमके,थाने देख देख कर …

गल मोत्यां को हार…Gal Motyan Ko Har… Read More »

झुंझनू से चिठी आई ….. Jhunjhanu se chitthi aai……

झुंझनू से चिठी आई दादी जी ने भेजा है बोली बेटा मत घबराना जीवन अनमोलदादी दादी बोल दादी दादी बोल तर्ज:- यशोदा का नंदलाला दुख दर्द सुन ले बेटे आना उसका काम हैजायेगा वो जल्दी वापिस मेरा ये ऐलान हैतेरे लिए रात मै जागु दिन भी तेरे नाम हैकर ले भरोषा बेटे आँखे तो खोलदादी …

झुंझनू से चिठी आई ….. Jhunjhanu se chitthi aai…… Read More »

ये सुन्दर सिणगार सुहाना लगता है…Ye Sundar Sringar Suhana Lagta Hai…

ये सुन्दर सिणगार सुहाना लगता है,भक्तों का तो दिल दिवाना लगता है,ज्यादा मत देखो नजर लग जाएगी,ये कीर्तन की रात दुबारा आयेगी I I टेर ।। (तर्ज : दुल्हे का सेहरा) हजारों बार देखा है, हजारों बार सजते हों,मगर क्या बात है कान्हा, गजब के आज लगते हो,ये सुन्दर चेहरा सुहाना लगता है ।।1 ।।_______________ …

ये सुन्दर सिणगार सुहाना लगता है…Ye Sundar Sringar Suhana Lagta Hai… Read More »

पलकें ही पलकें बिछायेगें…Palaken Hi Palaken Bichhaenye…

पलकें ही पलकें बिछायेगें,जिस दिन श्याम प्यारे घर आयेगें,हम तो हैं कान्हा के जन्मों से दिवाने रे,मीठे-मीठे भजन सुनायेगें,जिस दिन श्याम ।। टेर ।। ________________ घर कर कोना-कोना मैंने फुलों से सजाया,बन्दनबार बन्धाई घी का दीपक जलाया,प्रेमी जनों को बुलायेगें ।। 1 ।। ________________ गंगा जल की झारी से प्रभु चरण पखारूँ,भोग लगाऊँ लाड़ लड़ाऊँ …

पलकें ही पलकें बिछायेगें…Palaken Hi Palaken Bichhaenye… Read More »

श्याम-हवेली में मेरे बाबा…Shyam-Haveli Me Mere Baba…

श्याम-हवेली में मेरे बाबा,लीले चढ़कर के अइयो,तेरा इतना लाड़ लडाऐंगे,तुम देखते रहइयो ।। टेर ।। (तर्ज : झूठ बोले कौआ काटे ) तेरे केसर तिलक लगाएँगे,चाँदी का छत्र चढ़ाएँगेचुन-चुन कर कलियाँ बागों से,सुन्दर गजरा बनवाएँगेपहन कसूमल बागा बाबा,खिल-खिल करके हँसियों ||1||___________ तेरा छप्पन भोग बनाएँगे,सब भगतों को बुलवाएँगे,मेवों से थाली भरी हुई,और नागर पान मँगाएँगे,हुकुम …

श्याम-हवेली में मेरे बाबा…Shyam-Haveli Me Mere Baba… Read More »

श्री श्याम धणी की जिस घर में…Shri Shyam Dhani Ki Jis Ghar Me…

श्री श्याम धणी की जिस घर में,ये ज्योत जगाई जाती है,उस घर का भक्तों का क्‍या कहना,वहाँ खुशीयाँ पाई जाती है,श्री श्याम जय श्याम – ३,जय श्री श्याम ।। टेर ।। (तर्ज : है प्रीत जहाँ की रीत सदा) जो रोज सवेरे उठकर केश्री श्याम को शीश नवाते हैं,जो नाम श्याम का लेकर हीघर से …

श्री श्याम धणी की जिस घर में…Shri Shyam Dhani Ki Jis Ghar Me… Read More »

मेहन्दी रची थारे हाथाँ में…Mehndi Rachi Thare Hathan Me…

मेहन्दी रची थारे हाथाँ में,घुल रहयों काजल आँख्या में,चुनड़ी को रंग सुरंग,माँ राणी सती,फूल खिल्यो थारे बागाँ में,चाँद उग्यो है राताँ में,थारो इसो सुहाने रूप,माँ राणी सती || टेर|| (तर्ज : मारवाड़ी) रूप सुहानो जद से देख्यों,नींदड़ली नही आँख्या में,म्हारे मन पर जादू कर दियो,थारी मीठी बाताँ ने,भूल गई सब कामाँ ने,याद करूँ थारे नामाँ …

मेहन्दी रची थारे हाथाँ में…Mehndi Rachi Thare Hathan Me… Read More »