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गौरी नंदन थारो अभिनन्दन…Gauri Nandan Tharo Abhinandan……

गौरी नंदन थारो अभिनन्दन, करे सारो परिवारगजानन्द आन पधारो, लडावाँ लाड म्हे थारो | तर्ज – स्वर्ग से सुन्दर बल और बुद्धि को तो थारो भण्डार हैवीना लोकां में पहलां थारो अधिकार हैथारी पूजा सबसे पहले, करे सारो संसार….गजानन्द…_____________ विघ्नविनाशक सारी विपदा मिठाओरिद्धि-सिद्धि सागे लेकर म्हारे घरां आओकाम कोई भी करने से पहले, पड़े थारी …

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जय जय पितरजी महाराज…Jai Jai Pitarji Maharaj…

जय जय पितरजी महाराज, थारी बोलां जय-जयकारमन स ध्यावां, मनावां, म्हारो कर दूयो बेड़ा पार | तर्ज: लेके पहला-पहला प्यार… नित उठ थारो देवा, ध्यान लगावांलाड़ लड़ावां थाने हाल सुनावांसुणज्यो म्हारी थे पुकार, ठाबर बैठा भुजा पसार |_______________ बेगणा सम्भालो आओ, देर ना लगावोबांट निहारां थारी दरश दिखाओम्हानै थारो ही आधार, थारै बिण क़ुण खेवनहार …

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पितरां की शान निराली जी…Pitraan Ki Shan Nirali Ji…

पितरां की शान निराली जी, पितरां कीपितरां की सकलाई ठाडीघर-घर मायँ रुखाली जी, पितरां की, कोई घर… (तर्ज: खाटू को श्याम रगीलो जी…) घर मूँ द्यो पितरां ने वासोपिण्डै मांहि दिवलो चासोज्योति बड़ी महरां वाली जी, पितरां की, कोई ज्योत… ______________ पितरां को है वास सुहाणोपितरां नै नहीं कदै भ्ुलाणोपूजा सुख देणै वाली जी, पितरां …

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म्हारा प्यारा रे गजानन्द आइज्यो…Mhara Pyara Re Gajanand Aaijyo…

म्हारा प्यारा रे गजानन्द आइज्योरिद्ध-सिद्ध न सागै लाइज्यो जी | थाने सबसे पहल्याँ मनावाँलड्ड॒ुव॒न को भोग लगावाँथे मुसे चढ़कर आइज्यो जी । म्हारा…______________ माँ पार्वती का प्यारा,शिवशंकर लाल दुलाराथे बाँध पागड़ी आइज्यो जी | म्हारा… ______________ थे रिद्ध-सिद्ध का दातारीथाने ध्यावे दुनिया सारीम्हारा अठटक्या काज बणाइज्यो जी । म्हारा… ______________ “श्याम परिवार” गुण गावेथारे चरणां …

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मेरे घर आई हैं माँ भवानी…Mere Ghar Aai Hain Maa Bhawani…

नवरातों में घर मेरे आई है मैयातारों वाली चुनर ओढ़े धानीमेरे घर आई हैं माँ भवानी । (तर्ज: मेरी प्यारी बहनिया. ..) सुन्दर से सुन्दर माँ ने रूप धरा हैभक्तों के लिए नैनों में प्यार भरा हैसुन्दर श्रृंगार सबने दादी का करा हैये तो रीत है सदियों पुरानी… ।। मेरे…________________ मैया तेरी घर में पावन …

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दुर्गा भवानी आई रे…Durga Bhawani Aayi Re…

दुर्गा भवानी आई रे, देवी दुर्गा-२आई रथ पे सवार, छाया तेज वेशुमार ,माँ खुशियाँ हजार लाई रे देवी दुर्गा | | दुर्गा भवानी…._______________ तूही ने महिषासुर मारा, मधु कैटभ को तून पछाड़ा,पहने मुण्डों की माला, क्रोध की भड़के ज्वाला,रूप अनोखा पाई रे देवी दुर्गा ।। दुर्गा भवानी… _______________ देवों के दुःखों को ठारे शुम्भ निशुम्भ …

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अपने दिल का हाल सुनावन आयां हां…Apne Dil Ka Haal Sunavan Aaya Ha…

अपने दिल का हाल सुनावन आयां हांम्हें तो म्हारा श्याम ने रिझावन आया हां | तर्ज – दे दे थोड़ा प्यार भजन सुणास्या महिमा गास्यां, श्याम की जय जयकार लगास्यांभूल चूक की माफ़ी माँगा, रुस्योड़ो घनश्याम मनास्यांअपने प्रीतम ने मनावन आयां हांम्हें तो म्हारा श्याम ने रिझावन आया हां ।______________ श्याम हमारो दिल वालो है, …

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कितनो बड़ो मेरो भाग्य है बाबा…Kitno Bado Mero Bhagya Hain Baba…

(तर्ज : कितनो बड़ो मेरे भाग्य है- सुपातर बिनती. ..) कितनो बड़ो मेरो भाग्य है बाबा, थां सो देव मिल्यो,म्हानै राजी राखोजी ओ बाबा श्यामजी ।सगलां न राजी राखोजी बाबा श्याम जी ||टेर || दोहा : सांवरा मोटा धनी और जग में थारो नाम हैबड़ा-बड़ा थे कारज सार्‌या, छोटो-सो म्हारो काम है ।। अर्जी करनो …

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माँगा है मैंने श्याम से, वरदान एक ही……Manga hai maine Shyam Se Vardan Ek HI

माँगा है मैंने श्याम से, वरदान एक ही,तेरी कृपा बनी रहे, जब तक है जिन्दगी ।। (तर्ज: मिलती है जिन्दगी में मोहब्बत कभी-कभी…) जिस पर प्रभु का हाथ था, वो पार हो गया,जो भी शरण में आ गया, उद्धार हो गया,जिसका भरोसा श्याम पर, वो डूबा कभी नहीं ।।तेरी कृपा बनी रहे, जब तक…________________ कोई …

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ऐ जी घनश्याम…Ae Ji Ghanshyam…

ऐ जी घनश्याम ,थारी मुरली कामनगारी म्हारा राज ।।म्हारा श्याम जी ,ओजी घनश्याम (तर्ज: उमराव) सुरत अति मनमोहनी, मीठी सी मुस्कानएक झलक दिखलाय के, पागल कर गयो प्राणऐजी घनश्याम थारी चितवन पर बलिहारी म्हारा राज ।।ऐजी______________ हरृये बांस की बांसुरी, मो मन गई समायढलती राज जलायके,गजबन गई तरसायऐजी घनश्याम कैसी मारी नेह कटारी म्हारा राज।।ऐजी …

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