पित्तर देवा आपका,
हमको एक सहारा है ।
तू ही रक्षा करता कुल की,
तू ही देव हमारा है ।
तर्ज-जिया बेकरार है
जब जब कोई काम पड़ा है,
हमने तुम्हे बुलाया है -२
कुल की रक्षा करने खातिर,
तू भी दौड़ कै आया है -२
सदा मिला परिवार को
आर्शिवाद तुम्हारा है ।।
तू ही रक्षा करता कुल की,
तू ही देव हमारा है।।
जब तुम आते तेरे आगे
सारे शीश झुकाते है -२
पित्तर देव दया से तेरी,
सब संकट कट जाते है -२
बिन किरपा कै आपकी,
मेरा नहीं गुजारा है ।।
तू ही रक्षा करता कुल की,
तू ही देव हमारा है ।।
भुल चूक गर हो जाये तो
आकर राह दिखाते हो-२
हाथ जोड़कर करै प्राथना,
अटके काम बनाते हो -२
इस परिवार की नैया का,
तू ही खेवनहार है ।।
तू ही रक्षा करता कुल की,
तू ही देव हमारा है।।