ये गोटेदार चुनडी़,
करले स्वीकार मां ।
चुनडी़ के बिच समाया,
भक़्तो का प्यार मां ।।
तर्ज – तुम झोली भर लो भगतो
भक़्ती का रंग घोल घोल कै
चुनडी़ को रंगवाया -२ ।
भाव के मोती प्रेम का धागा
चुनडी़ मै लगवाया -२ ।
निखरैगा इस चुनडी़ मै
तेरा सिणगार मां ।।
चुनडी़ के बिच….
ऐसी प्यारी देख चुनरिया
सबका मन हरषाये -२ ।
जो भी देखे सुधबुध भूले
सबके मन को भाये -२ ।
संग मे हम लेकर आये
फूलो के हार मां ।।
चुनडी़ के बिच….
ओढ़ के चुनडी़ हम भक़्तो कै
सोये भाग्य जगा दे -2 ।
जिन भक़्तो की अटकी नैया
मैया पार लगा दे -2 ।
चुनडी़ उढ़ानै आया
पूरा परिवार मां ।।
चुनडी़ के बिच….
हम तो दादी आज तुम्हारे
लाड़ लडा़नै आये -२ ।
झूम झूम कर नाच नाच कर
तुम्हे रिझानै आये -२ ।
दुनिया मै सबसे सुन्दर
तेरा दरबार मां ।।
चुनडी़ के बिच…
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