तुम्हारे दर पे आये हैं…Tumhare Dar Pe Aaye Hain…

तुम्हारे दर पे आये हैं
प्रभु कुछ बात करनी हैं,
ज़रा सा पास तो बैठो
प्रभु कुछ बात करनी है ।।
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तरसता आ रहा हूँ मैं
मुझे ना और तरसाओ,
हमारा हाथ पकड़ो ना
दया करके तरस खाओ,
बड़े मज़बूर हैं देखो
प्रभु कुछ बात करनी है ।।
तुम्हारे दर पे आये…..
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तुम्हारी बेरूखी से दिल मेरा
चुपचाप रोता है,
हमारे हल पे थोड़ा सा
दुःख तुमको ना होता है,
नहीं मुमकिन है यूँ जीना
प्रभु कुछ बात करनी है ।।
तुम्हारे दर पे आये…..
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तुम्हारे सामने बैठे हैं
फैसला कर दो,
शिकायत है अगर कोई तो
हमको बेझिझक कह दो,
झुकाये सर को बैठे हैं
प्रभु कुछ बात करनी है ।।
तुम्हारे दर पे आये….

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