तुम्हारे दर पे आये हैं
प्रभु कुछ बात करनी हैं,
ज़रा सा पास तो बैठो
प्रभु कुछ बात करनी है ।।
______________
तरसता आ रहा हूँ मैं
मुझे ना और तरसाओ,
हमारा हाथ पकड़ो ना
दया करके तरस खाओ,
बड़े मज़बूर हैं देखो
प्रभु कुछ बात करनी है ।।
तुम्हारे दर पे आये…..
______________
तुम्हारी बेरूखी से दिल मेरा
चुपचाप रोता है,
हमारे हल पे थोड़ा सा
दुःख तुमको ना होता है,
नहीं मुमकिन है यूँ जीना
प्रभु कुछ बात करनी है ।।
तुम्हारे दर पे आये…..
______________
तुम्हारे सामने बैठे हैं
फैसला कर दो,
शिकायत है अगर कोई तो
हमको बेझिझक कह दो,
झुकाये सर को बैठे हैं
प्रभु कुछ बात करनी है ।।
तुम्हारे दर पे आये….