तुम सजती रहो मैं सजाती रहूँ …Tum Sajti Raho Mein Sajati Rahu…

तुम सजती रहो ,मैं सजाती रहूँ ,
माँ सजाने में ,आनंद आता है,
माँ सजाने में आनंद आता है

तर्ज़:- तुम रूठी रहो,मैं मनाता रहूँ

तुम चंदन बनो, हम पानी बनें,
माँ तुम चंदन बनो,हम पानी बनें,
घुल जाने में-2, आनंद आता है….-2
तुम सजती रहो….

तुम दीपक बनो ,हम बाती बनें ,
मैया दीपक बनो ,हम बाती बनें ,
लौ लगाने में -2, आनंद आता है….-2
तुम सजती रहो……

तुम सागर बनो ,हम लहरें बनें,
मैया सागर बनो ,हम लहरें बनें,
डूब जाने में-2, आनंद आता है….-2
तुम सजती रहो……

तुम चंदा बनो, हम चकोर बने,
मैया चंदा बनो, हम चकोर बने,
दिल लगाने में -2, आनंद आता है….-2
तुम सजती रहो……

तुम सुनती रहो ,हम सुनाते रहें,
मैया सुनती रहो ,हम सुनाते रहें,
मैया गाने में-2, आनंद आता है…..-2
तुम सजती रहो……

तुम देती रहो ,हम लेते रहें,
मैया देती रहो ,हम लेते रहें,
झोली भरनें में-2, आनंद आता है…..-2
तुम सजती रहो……

तुम बुलाती रहो ,हम आते रहें,
मैया बुलाती रहो ,हम आते रहें,
दर्शन करनें में-2, आनंद आता है…..-2
तुम सजती रहो…..

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