तेरा कैसे कर्ज चुकाऊ कितने एहसान गिनाऊ,
तू देकर भूलने वाला मै हर पल हाथ फैलाऊं
तर्ज – तुझे सुरज कहु या चंदा
इक पूरी मांग हुई जो दूजी फर्याद लगाई,
जब जब भी पड़ी जरूरत मुझे तेरी ही याद आई,
तेरे ही भरोसे बाबा सपनो के महल बनाऊ,
तू देकर भूलने वाला मै हर पल हाथ फैलाऊं
मन पापी तन मैला है तुझे कैसे यार कहु मैं,
तू दाता मैं हु भिखारी कैसा वेहवार करू मैं,
अपनी औकात में रह चरणों से भीख उठाऊ,
तू देकर भूलने वाला मै हर पल हाथ फैलाऊं
अब तक जो साथ चले हो तुम हाथ पकड़ में मेरा,
कल भी एहसास दिलाना के मैं साथी हु तेरा,
पंकज के हिट सांवरियां तेरा हर पल शुक्र मनाऊ
तू देकर भूलने वाला मै हर पल हाथ फैलाऊं
Singer – Gyan Pankaj