हरी हरी भांग का मजा लिजिये
‘सावन में शिव की बूंटी पिया किजिये – sss
तर्ज – इश्क़ और प्यार का मज़ा लिजिये
इसकी हर पत्ती में, अजब खुमार है
इसी लिये भंग भोले, पिते बार-बार है -२
भंग पिके प्रेम शिव से, किया किजिये – Sss…
सावन में शिव की बूटी… (१)
सावन महिना तो, बस एक बहाना है
भंग बूटी पिने का तो चलन पुराना है
भंग की तरंग से ना, डरा किजिये – Sss
सावन में शिवजी की बूटी… (२)
करामात भंग ये सारी, दूरी को मिटाये रे
भंग में दिवानो को बस, नँजर शिव ही आये रे
लेके शिव का नाम खुश, रहा किजिये ….sss
सावन में शिव की बूंटी…(३)
Singer – Murli Sharma