माखनचोर कन्हैया तेरो…Makhan Chor Kanhaiya Tero…

माखनचोर कन्हैया तेरो, कांई श्याम इरादो है,
तूं वज़ीर सारे आलम को, यो छोटो सो प्यादो है ।।
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देख रहो है चोड़ै-धाड़ै, चुप क्यूँ बैठयो फेर भी,
स्याल्ै की मांझन् रातां मं, बेदर्दी नै हेरूू भी,
तूं ही धीर बंधैया मेरो,
आजा भोत तकादो है ।।
माखनचोर कन्हैया तेरो…….
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हूँ तो नित की दी वाई, तूं ही चेत करै कोनी,
तेरे बिना छलियां को सिरमौर खिवैया,
झूठो तेरो वादो है ।।
माखनचोर कन्हैया तेरो…….
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के जाणै कोई जादू-टोणो, इतनी लापरवाही क्यूँ,
हि को दिल की श्याम दवाई तूं,
साथी तूं ही जनम-जनम को,
तूं मेरो शहजादो है ।।
माखनचोर कन्हैया तेरो…….
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मर र ‘शिव’ सैलाणी, बेसी क्यूँ तरसावै तूं,
दृष्टि दया की, मीठी बैण सुणावै तूं,
तूं बांको तेरी चितवन बांकी,
यो मन सीधो-साधो है ।।
माखनचोर कन्हैया तेरो…….

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