कर भरोसा
कर भरोसा
कर भरोसा,
मेरे खादू वाले श्याम धणी
का कर भरोसा ।।
(तर्ज : चल अकेला चल अकेला)
पुकारा नाम
गज ने श्याम
दौड़ा-दौड़ा आया, आSSS
भरोसा था
तभी नरसी की
हुण्डी को भुनाया, आSSS
है देव दयालू
करमा के घर
खाया जाके परोसा ।। 1 ।।
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भरोसा कर लिया
जिसने उसी ने
श्याम पाया, आSSS
भगत का साथ
आकर के सदा
इसने निभाया, आSSS
जो श्याम शरण में
आया उसको हरदम
पाला पोसा ।। 2 ।।
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दयालू साँवरे सा
इस जहाँ में
है नहीं दूजा, आSSS
तू करके देखले
इक बार बार
मेरे श्याम की पूजा, आSSS
ये हर्ष कहे तू श्याम का सेवक
बनके रहना हमेशा ।। 3 ।।