धमाल
‘कहणो मान ले साँवरियां , इतणो मतना रूसे रे,
कहणों मान ले……
तेरे रे रूस्याँ स सारी दुनियां बोली मारे रे,
हाँसी मता करावे इतणो, मतना रूरे रे॥१॥
तेरे रे रूस्याँ सै मेरा आसूड़ा गम खाबै रे,
आजा मतना रूलावै इतणो, मतना रूसे रे॥२ ॥
तेरे रे रूस्याँ से मेरी नीदड़ली उड़ जावै रे,
क्यूँ ना खोज लगावै इतणो , मतना रूसे रे॥३ ॥
तेरे रे रूस्याँ स मेरी बात बिगड़ती डोले रे,
क्यूँ ना बात बणावै इतणो , मतना रूसे रे॥४ ॥
तेरे रे रूस्याँ स तेरा दास भोत घबरावे रे,
क्यूँ ना धीर बरावे इतणो, मतना रूसे रे॥५॥