गणपति बलकारी जी,
फतह म्हारी आज करो,
ऋद्धि-सिद्धि के दाता जी,
फतह म्हारी आज करो ।।
(तर्ज : नखरालो देवरियो)
कुण तो तुम्हारो देवा,
पिता रे कुहावे,
कुण थारी माताजीSSS,
फतह म्हारी आज करो ।।1 |।
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पिता तो तुम्हारो देवा
है शिवशंकर,
माता पार्वतीSSS,
फतह म्हारी आज करो ।। 2 ।।
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मोदक मिश्री को
भोग लगत है,
फुलड़ा री मालाजीSSS,
फतह म्हारी आज करो ।।3 ।।
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रणत भवन सँ थे
आवोजी विनायक,
ऋद्धि-सिद्धि ल्यावोजीSSS,
फतह म्हारी आज करो ।। 4 ।।
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“श्याम परिवार”
अरदास करत है,
संकट काटो जीSSS,
फतह म्हारी आज करो ।। 5 ।।