दादी दादी बोल दादी सुण लेसी,
सुण लेसी दादी सुण लेसी,
मैया मैया बोल माँ सुण लेसी,
सुण लेसी माँ सुण लेसी,
हाथ में जो भी काम हो,
और मुख में दादी नाम हो ।।
(तर्ज : धीरे-धीरे बोल कोई सुन ना ले)
दादी नाम की महिमा है अपार,
जो ले लेवे हो जावे भव पार,
मातेश्वरी, सुन ले मेरी,
चाहे मेहनत या आराम हो,
पर मुख में दादी नाम हो,
दादी दादी बोल …. ।।
___________
झुँझनूवाली माँ है बड़ी दातार,
भर देवे पल म तेरा भंडार,
माँ हर घड़ी, हाजिर खड़ी,
चाहे सुबह या शाम हो,
पर मुख में दादी नाम हो,
दादी दादी बोल …. ।।
___________
बोलण दे जो बोले यो संसार,
करले मनवां “श्री” चरणाँ स प्यार,
सुधबुध भुला, दादी न ध्या,
तेरा मन दादी का धाम हो,
और मुख में दादी नाम हो,
दादी दादी बोल …. ।।3 ।।