थारो मनचायो म्हें भोग लगावा… Tharo Manchaho Mhe Bhog Lagawa…
थारो मनचायो म्हेंभोग लगावा,थाने छप्पन भोगमैया जी म्हें जिमावा,थे भोग लगानेआवो जी, आवो जी है एक से एक मिठाईजांकी दुनिया करे है बडाईतैयार करी या रसोईबड़ो नामी है वो हलवाई,दादी आकर के तो देखथोड़ो खाकर के तो देख,थे भोग लगाने… है हल्दीराम का भुजियाऔर चमचम बनायो तिवाड़ीरेलीसिंह को है शरबतचाखो थे बारी-बारीआवो-आवो जी सरकारथांसू बिनती …
थारो मनचायो म्हें भोग लगावा… Tharo Manchaho Mhe Bhog Lagawa… Read More »