भादो मजा न देगा सावन मजा न देगा,
तेरे बगैर बाबा फागण मजा न देगा,
तर्ज – चूड़ी मजा न देगी
ये पुरे बारह महीने, हम टक टकी लगाये,
कब आएगा ये फागण, ऊँगली पे गिनते जाये,
मिलने का इससे अच्छा, मौका कहा मिले गा,
भादो मजा न देगा सावन मजा न देगा,
खाटू को छोड़ बाबा फागण कहा बिताये,
मेले में तुम से मिलकर इस दिल को चैन आये,
तेरे बिना ये मेला मेले सा न लगेगा,
भादो मजा न देगा सावन मजा न देगा