Santosh

सांवरे की महफिल को…Saawre Ki Mehfil Ko…

सांवरे की महफिल कोसांवरा सजाता है,किस्मत वालों केघर में श्याम आता है ।। टेर ।। (तर्न: आदमी मुसाफिर है…) गहरा हो नाता बाबा का जिनसे,मिलने को बाबा, आता है उनसे,उनका ये साथी बन जाता है ।। १ ।।_______________ किरपा बरसती है जिस पे इसकी,तकदीर लिखता हाथों से उसकी,गम का अंधेरा छंठ जाता है । २ …

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रखलो रखलो श्याम सलोने हमको सेवादार….Rakhlo Rakhlo Shyam Salone Humko Sewadar…

रखलो रखलो श्याम सलोनेहमको सेवादारसेवा में तेरी लगा रहेगामेरा ये परिवारश्याम मेरे श्यामरखलो रखलो …………… तर्ज – प्यार हमारा अमर रहेगा चाहूँ ना मैं महल दोमेहलेन चाहूँ सारे जग की दोलततेरे सेवक की लाज रहे बसइतनी सी है अपनी चाहत तेरे आगे सर को झुकाऊंऐ मेरे सरकारसेवा में तेरी लगा रहेगामेरा ये परिवाररखलो रखलो ……………___________ …

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तुम्हारी शरण मिल गई साँवरे…Tumhari Sharan Mil Gai Saawre…

तुम्हारी शरण मिल गई साँवरे,तुम्हारी कसम जिन्दगी मिल गई,हमें देखने वाला कोई न था,तुम जो मिले, बन्दगी मिल गई।। (तर्ज : तुम्हारी नजर क्यूँ खफा हो गई) बचाते न तुम डूब जाते कन्हैया,कैसे लगाते किनारे पे नैया,गमें जिन्दगी से परेशान थे,रोते लबों को हँसी मिल गई ।।_________________ समझ के अकेला सताती ये दुनिया,सितम पे सितम …

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जगदम्बे थे तो आकर…Jagdambe The To Aakar…

जगदम्बे थे तो आकर ओढ़ो ए,सेवक ल्याया मां थारी चुनड़ी || टेर || तर्ज – चुनड़ी सुहागण मिल चाव स॒ बाँधी ए,श्रद्धा कै रंग मं रंगाई चुनड़ी ||१||___________ सुरतां को झीणो पोत बनायो ए,मनड़ा की पेटी में या आई चुनड़ी ||२||___________ आशा का तारा खूब लगाया ए,मोती की लुमां लगाई चुनड़ी||३||___________ माँ साँचा तारा साँचो …

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दादी थोड़ी दूर पे है झोपड़ी हमारी…Dadi Thodi Dur Pe Hai Jhopdi Hmari…

दादी थोड़ी दूर पे है झोपड़ी हमारीछोटा सा परिवार सेवा करेंगे तुम्हारी,गुजरो उधर से तो जरु चले आनाखाना खाकेजाना दादी, खाना खा के जाना आपको बुलाने में संकोच हो रहा है,रोक ना सकेंगे तुम्हें दिल रो रहा है,लायक नहीं आपके गरीब का ठिकाना ।। खाना खाके ….।।१।। आपसे हमारी कोई जान ना पहचान है,आपसे हमारी …

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गर जोर मेरो चाले…Gar Jor Mero Chale…

गर जोर मेरो चाले,हीरा मोत्यां से नजर उतार ल्युं ।जैय्या वारे लूण राई दादी,सोना चांदी वारदयूँ ।। प्यारा प्यारा दादीजी काखूब सज्या दरबारसोणी सोणी चांद सी दुल्हनबण बैठी सरकारकाली टिकी लगावण ताईसुरज निचे उतार दयूं II___________ प्यारा प्यारा दादीजी काखुब सज्या दरबारसोणी सोणी चांद सी दुल्हनबण बैठी सरकारसारी दुनिया की रेशम कापर्दा ए पे टांग …

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सारै भगतां को मनड़ो…Sare Bhagtan Ko Mando…

सारै भगतां को मनड़ो,लुभाय रहयो रेसती दादी को मेलो तोआय गयो रे I।टेर।। तर्ज : दो हंसो का जोड़ा चौदस ने मईया,को कीर्तन म्है गावाँ,मावस नै मईया,कै धोक म्है लगावाँ,रुप मईया को मन मूँ,समाय रहयो रे, दादी…._______________ रोली और मोली,और चावल म्है ल्याया,चूड़ो और चूनड़ी,और काजल म्है ल्याया,रंग मेंहदी को म्हानै,सुहाय रहयो रे, सती दादी…_______________ …

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साँवरे बिन तुम्हारे गुजारा नहीं…Saawre Bin Tumhare Gujara Nahi…

साँवरे बिन तुम्हारे गुजारा नहीं,तेरे सिवा कोई हमारा नहीं ।। टेर ।। (तर्ज : साथिया नहीं जाना) जबसे देखा साँवरे, जलवा तुम्हारा,दिल तुझपे ही वारा, तेरे हो लिये,तुमने भी साँवरे, मेरी राहों से,चुन चुन करके काँठे, फूल बो दिये,तेरी ये जुदाई गँवारा नहीं ।।1 ।। ________________ जब जब में साँवरे, दर तेरे आया,बिन माँगे सब …

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कल भी हारे का साथी…Kal Bhi Haare Ka Saathi…

कल भी हारे का साथी,आज भी हारे का सहारा,बदला ना श्याम हमारा ।। (तर्ज : दुनिया बनाने वाले) रीत बदलते देखी, प्रीत बदलते,ऋतुएँ बदलती देखी, मौसम बदलते,रिश्तेदारी में देखे, रिश्ते बदलते, -2लोगो को देखा, अपनी बातें बदलते,फिर भी ये दौड़ा आता, जब जब भी इसको पुकारा,बदला ना श्याम हमारा ।।1 I I________________ रूप बदलते देखा, …

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हारे का तू है सहारा साँवरे…Haare Ka Tu Hai Sahara Sawre…

हारे का तू है सहारा साँवरे,हमने भी तुमको पुकारा साँवरे,नहीं और सहा जाये, हम बोल कहाँ जाये ।। (तर्ज : चाहा है तुझको) हमें अपनी आँखो से दूर नहीं करना,हम रो पड़ेंगे मजबूर नहीं करना,अपनों के सताये है, तेरी शरण में आये हैं ।। 1 ।।________________ हम है कितने हारे परछाई कह रही है,आँखों से …

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