सांवरे की महफिल को…Saawre Ki Mehfil Ko…
सांवरे की महफिल कोसांवरा सजाता है,किस्मत वालों केघर में श्याम आता है ।। टेर ।। (तर्न: आदमी मुसाफिर है…) गहरा हो नाता बाबा का जिनसे,मिलने को बाबा, आता है उनसे,उनका ये साथी बन जाता है ।। १ ।।_______________ किरपा बरसती है जिस पे इसकी,तकदीर लिखता हाथों से उसकी,गम का अंधेरा छंठ जाता है । २ …