जय-जय पीतर जी महाराज… Jay-Jay Pitar Ji Maharaj…
जय-जय पीतर जी महाराज,मैं शरण पड़यो हूँ थारी,शरण पड़यो हूँ थारी,थे रखियो लाज हमारी । आप ही रक्षक,आप ही दाता,आप ही खेवन हारे,मैं मूरख हूँ कुछ ना जानूंआप ही हो रखवालें, आप खड़े है हर दम हर घड़ीकरने को रखवारी,हम सब जन है शरण आपकी,है ये अरज गुजारी, देश और परदेश सब जगहआप ही करो …