तुमसे ही मिली खुशियाँ…Tumse Hi Mili Khushiyan…
तुमसे ही मिली खुशियाँ, तुमसे जिंदगानी है,जो कुछ भी हूँ मैं बाबा, तेरी मेहरबानी है ।। तर्ज – एक प्यार का नगमा है सूना मेरा जीवन था, तूं बनके बहार मिल्रा,मेरी नाव भौँवर में थी, बनके पतवार मिला,पहले ग़म के आँसू थे, अब खुशियों का पानी है ।।जो कुछ भी हूँ मैं बाबा, तेरी….________________ कल …
