जाके सिर पर हाथ…Jake Sir Par Hath…
जाके सिर पर हाथ, जाके सिर पर हाथम्हारै श्याम धणी को होवे हैबाको बाल ना बाँकों होवे है, जाके सिर पर हाथ ।। टेर ।। (तर्ज:- किर्तन की है रात…) कलयुग में बाबा का, घर घर बजे डंका, बड़े बलकारी हैं,जो भाव स ध्यावे, पल भर म है आवै, करी ना देरी है,जांका जैसा भाव-२ …