श्याम सुन्दर और कब तक चुप रहे।
हो इजाजत आपकी तो कुछ कहे।
( तर्ज: दिल के अस्मां…. )
जिन्दगी के आखिरी इस मोड़ पर,…..2
जाने क्यूँ सरकार धोखा दे गये।
शयाम…….
नाव हिचकोले नहीं सह पायेगी ,…..2
गहरी नदिया जोर की धारा बहे।
श्याम…….
सोचता हूँ आप क्यों है खामोश,…..2
धीरे धीरे आँखों से आंसू बहे ।
श्याम…….
ज़िन्दगी के आखिरी इस मोड़ पर,….2
जाने क्यू सरकार धोखा दे गए ।
श्याम…….
आपको मालुम है माजबुरियाँ,……2
दिल की बातें आपको अब क्यो कहे।
श्याम…….
नाव छोड़ी आपके विश्वास पर,…..2
‘बनवारी ‘ मझदार ही में रह गये।
श्याम……
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