म्हारा श्याम थे झूलो,
झूलो घलायो हरिये बाग में
तर्ज – धमाल
चंदन की चौकी पर बाबा
मखमली सेज बिछाई
रेशम की डोरी पलना में
आओ जी यदुराई
म्हारा श्याम …..
चातक मोर पपीहा बोले
ऋतु सावन की आयी
खाटू की गलियाँ बीच माही
बाज रही शहनाई जी
म्हारा श्याम…..
केशर जूही चम्पा चमेली
महक रही फुलवारी
ओम झुलावे थाने बाबा
राधा संग गिरधारी जी
म्हारा श्याम …..
Singer – Anant Goenka
Bhagalpur