ल्याया थारी चुनरी करियो माँ स्वीकार…Layaya Thari Chunri Kariyo Ma swikar…

ल्याया थारी चुनरी , करियो माँ स्वीकार,
इमें साँचा साँचा हीरा और मोतियों की भरमार !!

चुनरी को रंग लाल चटक है, तारा भी चिपकाया माँ ,
बढियां पोत मंगायो जामे, गोटो भी लगवाया माँ ,
थे तो ओढ दिखाओ मैया,थारो मानंगा उपकार !!
ल्याया थारी चुनरी…

बस इतनी सी कृपा कर दे सेवा में लग-जावाँ माँ ,
म्हने तू इ लायक करदे ,चुनरी रोज चदावा माँ ,
बस टाबरिया पर बरसे , माँ हरदम थारो प्यार !!
ल्याया थारी चुनरी…

एक हाथ स भक्ति दीजे , एक हाथ स शक्ति माँ ,
एक हाथ स धन दौलत और एक हाथ स मुक्ति माँ,
तू तो हर हाथां स दीजे , माँ थारा हाथ हज़ार !!
ल्याया थारी चुनरी…

गर तू थारो बेटो समझे, सेवा बताती रह्ज्ये माँ,
‘बनवारी’ क्यां लायक समझो , काम उडाती रह्य्जे माँ,
म्हे तो रात-दिना बेठ्या हाँ , थारी सेवा में तैयार !!
ल्याया थारी चुनरी..

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