खाटूवाले रे
हमको बुलाले तू दरबार
दर्शन को तेरे आये
पूरा परिवार ॥
तर्ज:- क्यों घबराए रे मेरा तो श्याम से नाता है…
चारों तरफ गूंजे एक नारा है,
हारे का साथी श्याम हमारा है
जब भी संकट घेरे आया है,
बाबा दौड़ा दौड़ा आया है
दीवाना बन के झूमे
पूरा संसार ….
खाटुवाले रे
हमको बुलाले तू दरबार…॥1॥
_______________
हारे जग से हम तो बाबा श्याम,
अपने पास बुलालो खाटूधाम
चरणों की सेवा जो मिल जाये,
बालक तेरा भव से तर जाये
द्वारे तेरे हम आये,करना उद्धार…
खाटूवाले रे
हमको बुलाले तू दरबार… ॥ 2॥
_______________
अपनों ने मुझको ठुकराया है,
श्याम ने अपने गले लगाया है
दिल से जब भी इन्हें पुकारा है,
दौड़ा आया दिया सहारा है
“नारायण” मुझको बाबा,
तेरा आधार
खाटुवाले रे
हमको बुलाले तू दरबार… ॥ 3॥