खाले डटके रे भोग लगाले डटके …Khale Datke Re Bhog Lgaale Datke

खाले डटके रे
भोग लगाले डटके ।
कि तेरे, छप्पन भोग लगायो

मैया खाले डटके ||

(तर्ज : पल्‍लो लटके …)

लाडू, पेड़ा, खीर, चूरमो
हलवो भोग लगाया ।
राजभोग, रसगुल्ला, बरफी

माखन मिश्री ल्याया |
इमरती साख भरी रसदार

मैया खाले डटके ।।
__________

फलका पूड़ी मिसी रोटी
मोठ, चणा और भात ।
पंचमेला की दाल, कढी, और

सांगर, सरसों साग ।
कि कोन्या फोगले को

रायतो गले में अटके ।।
__________

पीछे खाओ सेब, संतरा
चीकू, केला, खजूर ।
आम, अनार, अंगूर, पपीता

आडू खाओ हजूर ।
कि पीयो बेदाणो लीची को रस

गट गट करके ||

Leave a Comment

Your email address will not be published.