कल भी हारे का साथी…Kal Bhi Haare Ka Saathi…

कल भी हारे का साथी,आज भी हारे का सहारा,
बदला ना श्याम हमारा ।।

(तर्ज : दुनिया बनाने वाले)

रीत बदलते देखी, प्रीत बदलते,
ऋतुएँ बदलती देखी, मौसम बदलते,
रिश्तेदारी में देखे, रिश्ते बदलते, -2
लोगो को देखा, अपनी बातें बदलते,
फिर भी ये दौड़ा आता, जब जब भी इसको पुकारा,
बदला ना श्याम हमारा ।।1 I I

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रूप बदलते देखा, रंग बदलते,
चेहरे बदलते देखा, चाल बदलते,
सोच बदलते देखा, ख्याल बदलते,
माया के आगे देखा, भाव बदलते,
इतना होने पर भी ये, रखता है ध्यान हमारा,
बदला ना श्याम हमारा ।। 2 ।।

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इनपे असर नही है, बदले समय का,
पक्का है आज भी ये, माँ के वचन का,
किसकी मजाल, कोई इसको हिला दे,
खोये हुए को बाबा, फिर से मिला दे,
“श्याम परिवार” बोले, कलयुग में श्याम हमारा,
बदला ना श्याम हमारा ।। 3 ।।

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