जीवन तेरे हवाले
किया जीवन तेरे हवाले (२)
विश्वास नहीं है तो
कोरे कागज़ पर लिखवाले (२)
तर्ज –
अपने और परायों को
हमने पहचान लिया है,
तू ही भरोसे के लायक है
दिल में मान लिया है,
तन-मन सौंप दिया तुझको
कोरे कागज़ पर लिखवाले (२)
जीवन तेरे हवाले…
दर-दर की ठोकर खाना अब
हमने छोड़ दिया है (२)
तोड़ के सारे रिश्ते नाते
तुमसे जोड़ लिया है,
रिश्ता कभी ना टूटेगा
कोरे कागज़ पे लिखावा ले (२)
जीवन तेरे हवाले…
दास बने तेरे चरणों की
सेवा करे तुम्हारी,
दम निकले तेरी चौखट पे
इच्छा यही हमारी,
सेवा करते जाएगें
कोरे कागज़ पर लिखवाले,
जीवन तेरे हवाले…