झूलन भजन

म्हारा श्याम थे झूलो , झूलो घलायो हरिये बाग में….Mhara Shyam The Jhulo, Jhulo Ghalayo Hariye Baag Me………तर्ज – धमाल

म्हारा श्याम थे झूलो,झूलो घलायो हरिये बाग में तर्ज – धमाल चंदन की चौकी पर बाबामखमली सेज बिछाईरेशम की डोरी पलना मेंआओ जी यदुराईम्हारा श्याम ….. चातक मोर पपीहा बोलेऋतु सावन की आयीखाटू की गलियाँ बीच माहीबाज रही शहनाई जीम्हारा श्याम….. केशर जूही चम्पा चमेलीमहक रही फुलवारीओम झुलावे थाने बाबा राधा संग गिरधारी जीम्हारा श्याम …

म्हारा श्याम थे झूलो , झूलो घलायो हरिये बाग में….Mhara Shyam The Jhulo, Jhulo Ghalayo Hariye Baag Me………तर्ज – धमाल Read More »

आज कदम्ब की डाली झुले राधा नन्द किशोर….. Aaj Kadam Ki Dali Jhule Radha Nand Kishor ________ तर्ज – सावन का महीना

सावन का महीनाघटायें घनघोरआज कदम्ब की डालीझुले राधा नन्द किशोर तर्ज – सावन का महीना प्रेम हिंडोले बैठेश्याम बिहारीझूला झुलाये सारीब्रज की नारीजोड़ी लागे प्यारीज्यूँ चंदा और चकोरआज कदम्ब की डालीझुले राधा नन्द किशोरसावन का महीना,,,,,,,,,, ठंडी फुहार पड़ेमन को लुभायेगीत गावें सखियाँश्याम मुस्कावेबंसुरिया बजावे मेरेमन का चितचोरआज कदम्ब की डालीझुले राधा नन्द किशोरसावन का …

आज कदम्ब की डाली झुले राधा नन्द किशोर….. Aaj Kadam Ki Dali Jhule Radha Nand Kishor ________ तर्ज – सावन का महीना Read More »

भक्तों ने हिलमिल कर देखो, झूला डलवाया…..Bhagton Ne Hil Mil Kar Jhula Dalwaya………………………….. तर्ज़ – यशोमति मैया से, पूछे नन्दलाला

भक्तों ने हिलमिल कर देखो,झूला डलवाया ।झूलो मेरे श्याम बाबा,सावन है आया ।। तर्ज़ – यशोमति मैया से, पूछे नन्दलाला बचपन की याद तुमको,आती तो होगी,झूले में मैया तुमको,झुलाती तो होगी,भक्तों ने मिलकर देखोफिर से झुलाया ।।झूलो मेरे श्याम बाबा, सावन…. प्रेम की डोर बांधी,खींचू मैं झूला,देख के सलोनी सूरत,दुनिया को भूला,पाकर शुभ दर्शन तेरा,मन …

भक्तों ने हिलमिल कर देखो, झूला डलवाया…..Bhagton Ne Hil Mil Kar Jhula Dalwaya………………………….. तर्ज़ – यशोमति मैया से, पूछे नन्दलाला Read More »

झूला झूलो न मोहन, आया है देखो सावन…Jhula Jhulo Na Mohan, Aaya Hai Dekho Savan…………… तर्ज़ – ये बंधन तो प्यार का बंधन है

झूला झूलो न मोहन,आया है देखो सावनलीले को छोड़ के इक बर,बैठो ना जरा तुम इस परये झूला तो..बड़ा ही न्यारा हैसुना है कि.. तुम्हे भी प्यारा है तर्ज़ – ये बंधन तो प्यार का बंधन है इस झूले की बातें,तुमसे छुपी न मोहनभगत इसे बनवाते,जब जब आए सावनइसमे तो भाव भरा है,भगतों का चाव …

झूला झूलो न मोहन, आया है देखो सावन…Jhula Jhulo Na Mohan, Aaya Hai Dekho Savan…………… तर्ज़ – ये बंधन तो प्यार का बंधन है Read More »

घनश्याम बुलावे झुला झूलन…Ghanshyam Bulave Jhula Jhulan…

घनश्याम बुलावे झुला झूलन नै चालो राधे बाग में ।। टेर ।। (तर्ज : झूला….) झूलन चालो बाग में सज सोलह सिणगार,आभूषण पहिरो, गल मतियन को हार ।।१।। ______________ छटा छबीली बाग की, खिल रही केशर क्यार,चम्पा चमेली खिली केतकी, भौरां करत गुजार ।।२।। ______________ दादुर मोर परपीहा बोलत, पिव पिव करत पुकार,घन गरजे बिजली …

घनश्याम बुलावे झुला झूलन…Ghanshyam Bulave Jhula Jhulan… Read More »

हे रघुनन्दन जनमन रंजन अलबेली सरकार…Hey Raghunandan Janman Ranjan Albeli Sarkar…

हे रघुनन्दन जनमन रंजन अलबेली सरकारहिण्डोले झूलो नाथ॥ घटा चढ़ी चहुँ ओर जोर से, चारों दिशा में छाई है।झिरमिर-झिरमिर मेघा बरसे, पवन चले पुरवाई है।अमवा की डाली कोयल बोले, पपीहा करें पुकारहिण्डोले झूलो नाथ॥ मन-मन्दिर के बीच हिण्डोला, बना अति निराला है,भांति-भांति के पुष्पों से, सब भक्तों ने सज डाला है,ता पर प्रिय प्रीतम जी …

हे रघुनन्दन जनमन रंजन अलबेली सरकार…Hey Raghunandan Janman Ranjan Albeli Sarkar… Read More »

कन्हैया हिण्डो डाल्यो रे हरियल बाग में…Kanhaiya Hindo Dalyo Re Hariyal Bag Main…

कन्हैया हिण्डो डाल्यो रे हरियल बाग में-३आई-आई रे सावणीय री तीज, कन्हैया हिण्डो…… ( तर्ज: मोरीया आछयो बौलयो रे…. ) कन्हैया सावण सुरंगो प्यारो मास रे-३चमके-चमके रे आभा में प्यारी बीजकन्हैया हिण्डो…….. कन्हैया रिमझिम बसरे रे रूड़ो मेवड़ो-३म्हारी तारा छाई चूनड़ जावे भीज कन्हैया हिण्डो…….. कन्हैया संग की सहैल्या जोबे बांट रे-३बांकी सासू और जिठाणी …

कन्हैया हिण्डो डाल्यो रे हरियल बाग में…Kanhaiya Hindo Dalyo Re Hariyal Bag Main… Read More »

घनश्याम बुलावे झूला झूलन ने चालो बाग में…Ghanshyam Bulawe Jhula Jhulan Ne Chalo Bhag Main…

घनश्याम बुलावे झूला झूलन ने चालो बाग में ॥टेर॥ झूलन चालो बाग में, सज सोलह सिंणगार।बत्तीसों आभूषण पहिरों, गल मोतियन को हार॥१॥ छटां छबीली बाग की, खिल रही केशर क्‍्यार।चम्पा चमेली खिली केतकी, भंवर करत गुन्जार॥२॥ दादुर मोर पपीहा बोले, पिवं-पिवं करत पुकार।घन गरजे बिजली सी चमके, शीतल पड़त पुंहार॥३॥ मलियागिरी को बण्यों हिण्डोलों खिच …

घनश्याम बुलावे झूला झूलन ने चालो बाग में…Ghanshyam Bulawe Jhula Jhulan Ne Chalo Bhag Main… Read More »

गिरधर मेरे मौसम आया…Girdhar Mere Mousam Aaya…

गिरधर मेरे मौसम आया, धरती के श्रृंगार का।डाल डाल पर लग गये झूले , बरसे रंग बहार का ॥टेर॥ उमड़-घुमड़ काली घटा शोर मचाती है,स्वागत में तेरे सांवरा, जल बरसाती है,कोयलिया कूकती, मयूरी झूमती,तुम्हारे बिन मुझको मोहन, बहारे फीकी लगती हैं।गिरधर…… चांदी बरणी चांदनी, अंग जलाती है,झरनों की ये रागिनी, दिल तड़पाती है,चली जब पुरवाई, …

गिरधर मेरे मौसम आया…Girdhar Mere Mousam Aaya… Read More »