भक्तों ने हिलमिल कर देखो,
झूला डलवाया ।
झूलो मेरे श्याम बाबा,
सावन है आया ।।
तर्ज़ – यशोमति मैया से, पूछे नन्दलाला
बचपन की याद तुमको,
आती तो होगी,
झूले में मैया तुमको,
झुलाती तो होगी,
भक्तों ने मिलकर देखो
फिर से झुलाया ।।
झूलो मेरे श्याम बाबा, सावन….
प्रेम की डोर बांधी,
खींचू मैं झूला,
देख के सलोनी सूरत,
दुनिया को भूला,
पाकर शुभ दर्शन तेरा,
मन हर्षाया ।।
झूलो मेरे श्याम बाबा, सावन….
बागों में कोयल देखो,
पीहूं-पीहूं गाये,
सेवक भी तेरे बाबा,
तुझको रिझायें,
तुमको रिझाने बाबा,
यहाँ चला आया ।।
झूलो मेरे श्याम बाबा, सावन….
भक्तों की श्रद्धा को,
सफल बनाओ,
आओ मेरे श्याम बाबा,
जल्दी आओ,
श्यामसुन्दर ने बाबा,
तुझको बुलाया ।।
झूलो मेरे श्याम बाबा, सावन.