आयेगा, आयेगा, आयेगा,लीलै चढ़ साँवरा आयेगा,
मेरा श्याम दयालु है, वो बड़ा कृपालु है,
लायेगा, लायेगा, लायेगा,खुशियाँ हजारों संग लायेगा ।।
(तर्ज- आयेगी-आयेगी-आयेगी किसी को हमारी याद आयेगी. .. )
हारे का वो ही सहारा है,वो सच्चा साथी हमारा है,
जो बन जाये मांझी मेरा,फिर दूर कहाँ किनारा है ।
आयेगा, आयेगा, आयेगा,लीलै चढ़ साँवरा आयेगा…
___________________________
इस बेदर्दी दुनिया में वो,मेरा अपना बनकर आयेगा,
मेरी सूनी बगियां में एकदिन,माली बन फूल खिलायेगा ।
आयेगा, आयेगा, आयेगा,लीले चढ़ सांवरा आयेगा …
___________________________
इस अँधियारे जीवन में तो,मेरा श्याम उजाला लायेगा,
हारा निर्मल” जगवालों से,वो श्याम सहारा पायेगा ।
आयेगा, आयेगा, आयेगा,लीलै चढ़ साँवरा आयेगा…
BhajanVarsha.in