जनमें जनमें कृष्ण मुरार… Janme Janme Krishna Murar…. तर्ज – नख पर गिरिवर लीनो धार (धमाल)

जनमें जनमें कृष्ण मुरार,
खुशियाँ ही खुशियां छाई,
खुशियाँ ही खुशियां छाई,
सब देते आज बधाई,
जनमें जनमें कृष्ण मुरार,
खुशियाँ ही खुशियां छाई,

तर्ज – नख पर गिरिवर लीनो धार
(धमाल)

सारे जग में मच गया हल्ला,
यसोदा जाया लल्ला,
देखों झूम उठा संसार,
कैसी शुभ घड़ियाँ आई,
जनमें जनमें कृष्ण मुरार,
खुशियाँ ही खुशियां छाई,

ख़ुशियों का नहीं ठिकाना,
झूमें गोकुल बरसाना,
सब गाएं मंगलाचार,
घर घर में बटें मिठाई,
जनमें जनमें कृष्ण मुरार,
खुशियाँ ही खुशियां छाई,

सब फूले नहीं समाएं,
मस्ती में नाँचें गाएं,
बच्चे बूढ़े नर नार,
हुई सबके मन की चाही,
जनमें जनमें कृष्ण मुरार,
खुशियाँ ही खुशियां छाई,

नन्द बाबा जसोदा मैया,
नाँचे कर ता ता थैया,
देखो कैसी अजब बहार,
करे भीम सैन कविताई,
जनमें जनमें कृष्ण मुरार,
खुशियाँ ही खुशियां छाई,

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