ना डिस्को जाएंगे
ना होटल जाएंगे
जनम दिवस तेरा कान्हा
तेरे दर पे मनाएंगे
तर्ज: सावन का महीना
मीठे मीठे भजनों से
तुझको रिझाएं,
सांवली सूरत पे कान्हा
दिल को लुभाएं
तेरी मोर छड़ी का
झाडा लगवाएंगे
जनम दिवस तेरा कान्हा..
भजनों की धुन पे यूं
ठुमके लगाएं
दुनिया के सारे दुख
हम भूल जाएं।
खुद तो नाचें कान्हा,
तुझको भी नचाएंगे
जनम दिवस तेरा कान्हा….
जनम दिवस जो तेरा
भाव से मनाता
सारी उमर फिर वो
मौज उड़ाता
संजय सारी उमरिया,
तेरे गुण गायेंगे
जनम दिवस तेरा कान्हा
तेरे दर पे मनाएंगे
ना डिस्को…
रचनाकार : संजय अग्रवाल
8109459555